(डे लाइफ डेस्क)
जयपुर। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा मोबाइल फ़ोन से फैलते कीटाणु, बीमारियां और इन्फेक्शन की ख़बर से वैज्ञानिक, रिसर्चर डॉ. पी.डी. गुप्ता ने लोगों से आग्रह किया एवं मीडिया से अनुरोध करते कहा कि ऐसी खबरें दिखाकर लोगों में मोबाइल फ़ोन के प्रति डर पैदा नहीं किया जाना चाहिए।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं बताया गया है कि किस बीमारी व कौनसे कीटाणुओं से अब तक कहाँ, कितने मामले सामने आए हैं। अधूरी, बेबुनियाद व मोबाइल इस्तेमाल करने वालों को खबर द्वारा डराने के लिए तैयार रिपोर्ट को भ्रामक एवं तथ्यहीन करार देते हुए कहा कि चंद लोगों द्वारा की गई प्रायोजित पूछताछ या सवाल जवाब किसी भी समझदार व्यक्ति के गले उतरने वाले नहीं है।
डॉ. पी.डी. गुप्ता ने बताया कि मोबाइल फ़ोन आज के युग की आवश्यकता है हॉस्पिटल में काम करने डॉ., स्टाफ, रोगी व रोगी की देखरेख करने वाले लोगों के मोबाइल के ज़रिये जब कीटाणु घर तक पहुंच सकते हैं तो उससे होने नुकसान का ज़िक्र तो रिपोर्ट कर रही है, लेकिन एक भी हादसा या जांच ये नहीं बताती कि किन लोगों को नुकसान एवं किस बीमारी ने अपना शिकार बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स में अनेक बिंदुओं की जानकारी का अभाव रहते नागरिकों में दहशत व डर का माहौल ना बनाया जाए।
डॉ. गुप्ता ने गुजरे वक़्त की बता करते हुए कहा कि हॉस्पिटल, श्मशान या शहरों में फैलते प्रदूषण में जाने के बाद जब हम घर लौटते थे तब घर के बुजुर्ग हमको सलाह देते थे कि हम घर पहुंचने पर स्नान कर अपने कार्यों को करे। यह बात आज भी लागू होती है कारण बाहर के वातावरण के कीटाणु, बीमारियां और इन्फेक्शन घर तक पहुंच सकते हैं, फिर मोबाइल फ़ोन को ही क्यों इसके लिए जिम्मेदार माना जाए। स्वास्थ के प्रति सचेत रहना हम सब लोगों का प्रथम कर्तव्य है ना कि बेबुनियाद रिपोर्ट्स के माध्यम से किसी को गुमराह किया जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स से डर का माहौल ना फैलाए : डॉ. पी.डी. गुप्ता