(डे लाइफ डेस्क)
दुनिया भर में नोवेल कोरोनावायरस के तेजी से प्रसार के साथ, स्टेडियमों, और बाकी खेलपरिसरों में सन्नाटा छाया हुआ हैं जबकि खेलकूद की वापसी के आसपास अनिश्चितता के बादल मंडरा रहें हैं, अधिकारी खेलकूद के अनुरागीयों के खेलपरिसरों पर लौटने के बारे में चिंतित हैं।भारत के दूसरे सबसे बड़े फैंटेसी स्पोर्ट्स ब्रांड माय टीम 11 द्वारा बनाए गए अपनी तरह के पहले सर्वेक्षण, जिसे कुल 10 000 लोगों के सैंपल साइज पर किया गया से खेलकूद के अनुरागीयों की मानसिकता को समझने में मदद मिली और भविष्य में खेलउद्योग को किस तरह से प्रभावित करने वाला है उस पर नज़र डालेगा।
भारत में खेल उद्योग काफी व्यापक है और दूर तक फैला हुआ है, जिसमें क्रिकेट को लगभग 81% वोटों के साथ प्राथमिक रुप से जनप्रिय पाया गया है , जबकि फुटबॉल और अन्य खेलोंकी लोकप्रियता का स्तरों को 9% पर साझा करते पाये गये हैं। लोगों ने मतदान के प्रति अपना प्रतिक्रिया इस तरह व्यक्त की।
खेलकूद जल्द ही फिर से शुरू हो सकता है, लेकिन खेलपरिसर लंबे समय तक खाली रह सकते हैं 83% मतदानकर्ताओं ने कहा कि वर्ष 2020 के अंत तक खेलकूद फिर से शुरू हो सकते हैं जबकि लगभग 40% मतदानकर्तावर्ष 2021 से पहले कभी भी खेल आयोजनों में शामिल होने में सहज महसूस नहीं करेंगे। महामारी ने लोगों को बहुत प्रभावित किया है और लोग उनके अपनी सुरक्षा को दांव पर लगाना नहीं चाहते।
आईपीएल इस साल एक दूर की कल्पना लग रहीं है
दुनिया भर के सभी टूर्नामेंट एक ठहराव पर आ गए हैं। सीज़न 2020 में विश्व के प्रमुख खेल आयोजन, ओलंपिक को भी अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।दूसरी ओर, क्रिकेट के त्योहार के रूप में मनाए जाने वाले नकद-समृद्ध टूर्नामेंट आईपीएल के आयोजन के बारे में अभी भी कोई स्पष्टता नहीं है।टूर्नामेंट का 13 वां संस्करण 29 मार्च को शुरू होने वाला था, लेकिन देशव्यापी लॉकडाऊन के साथ इसे अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस दौरान, टूर्नामेंट के अयजकों के लिए दो अवसर दिखाई दे रहे हैं, लगभग 40% मतदानकर्ताओं का मानना है कि इस साल ऐसा नहीं हो सकता है। दूसरी ओर, 13% लोगों का मानना है कि इसे जून-जुलाई की खिड़की के दौरान खाली स्टेडियमों में आयोजित किया जाना चाहिए।
खेलकूद और फैन्टसी गेमिंग
जहां एक तरफ 63% खेल बिरादरी को जल्द ही खेल फिर से शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है, वहीं 20% लोग का कहना हैं की अगर यह 3-4 महीने में शुरू हो तो भी ठीक हैं। इसकी वजह यह हैं की खेल जगत से जुड़े बहुमत के लिए खेलकूद सबसे बड़े मनोरंजन और स्ट्रेस-बस्टर के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, फैंटेसी स्पोर्ट्स गेमिंग गगंचुम्भी जनप्रियता हासिल कर चुकी है और लगभग 80% फैंस सक्रिय फैंटेसी स्पोर्ट्स के खिलाड़ि है।खेलकूद पर अचानक लॉकडाउन ने फैन्टसी स्पोर्ट्स बाजार को नाटकीय रूप से प्रभावित किया है क्योंकि यहां पर कुछ ही टूर्नामेंट उपलब्ध हैं।
भविष्य के रुझान
खेल प्रशंसक एक बार फिर से मैदान में खेलकूद को नियमित बनाने और देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।लोगों की वर्तमान स्थितियों और अपेक्षाओं को देखते हुए, यह माना जा सकता है कि हम जल्द ही अपने विभिन्न उपाय से टीवी, मोबाइल फोन या अन्य स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर खेल का आनंद ले सकते हैं। हालांकि, हमें उन खेलपरिसरों पर रौनक और उल्लास को देखने व सुनने के लिए काफी इंतजार करना होगा।
सर्वेक्षण के कटर्स का मत
सर्वेक्षण के उद्देश्य के बारे में बात करते हुए माय टीम 11 के सीओओ और सह संस्थापक संजीत सिहाग ने कहा हम एक खेल प्रेमी देश है और क्योंकि प्रशंसक हमारे ढाँचे का एक महत्पूर्ण हिस्सा है यह जानना बहुत ज़रूरी था की वो क्या सोचते है? प्रशंसकों के बिना खेल कूद का कोई मतलब नहीं और एहि हमारे सर्वेक्षण के मूल उद्देश्य था। उन्होंने यह भी कहा इस सर्वेक्षण ने दो चीज़ें सावित करदी पहली यह की लोगों को खेलों की वापसी का जल्द से जल्द इंतज़ार है मगर वो कुछ समय तक खेलों को अपने गैजेट्स या टीवी सेट्स पर ही देखना चाहेंगे। दूसरा यह की फैंटसी गेमिंग में जितनी जल्द स्लोडाउन आया है उतनी ही तेज़ी से हम वापसी भी कर पाएंगे क्योंकि फैंटसी गेमिंग के चाहने वाले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है।