(डे लाइफ डेस्क)
मनोहरपुर (जयपुर)। लोगों का कहना हैं कि दुनियां में सबकुछ मिलेगा लेकिन माता पिता नही मिलेंगे इसलिए इनकी जितनी सेवाएं की जाए उतनी ही कम हैं पिता की मृत्यु के समय बेटे को कुछ फर्ज निभाने होते हैं। इधर कोरोना महामारी के चलते हुए कुछ देश भक्त ऐसे भी हैं जो देश को सर्वोपरि मानते हुए पिताजी की मृत्यु पर भी अपने घर नही जाकर देश की सेवाएं कर रहे हैं।
हम बात कर रहे है ग्राम ताला की पीएचसी पर कार्यरत डॉक्टर रिजवान अहमद (एमडी) की उनके पिताजी की मृत्यु 8 मई को होगई थी। लेकिन फिर भी इन्होंने हिम्मत नहीं हारी, व दुख की परवाह न करते हुए इन्होंने 9 मई से ही अदर राज्य अदर जिलों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कि व अपने देश के लिए पूरे जोश से 19 मार्च से आज तक 300 से ज्यादा स्क्रीनिंग कर दी और आउटडोर भी पूरे जोश से देख रहे हैं। अहमद रमजान के महीने में पूरे रोजे और नमाज अदा कर रहे हैं ऐसे कोरोना योद्धाओ के जज्बे को सलाम हैं।