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मनोहरपुर (जयपुर)। सावन का महीना, आसमान में बादल, बरसात से भीगा मौसम ऐसे में घेवर की भीनी खुशबू लोगों को खूब भा रही है, सभी हलवाई की दुकान पर घेवर बनने लगे हैं। लेकिन इस बार महंगाई ने घेवर के स्वाद को बिगाड़ दिया है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार घेवर के दामों में 20 से 30 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है।
महंगाई की इस मार से खुद इन्हें बनाने वाले हलवाई भी परेशान है। सावन के महीने में आने वाली तीज रक्षाबंधन के पूर्व पर घेवर के चलन की पुरानी परंपरा है। इस परंपरा को केवल बनाने वाले ही नही बल्कि खाने वाले भी निभा रहे हैं। सावन शुरू होने के साथ ही पडने वाली बूंदों के बाद हलवाईयो की दुकानों पर घेवर बनाए जा रहे हैं। हलवाइयों ने बताया कि घेवर के अलग अलग रेट है।
स्थानीय सैय्यद बाबा मार्केट में स्तिथ कटारिया मिष्ठान भण्डार के प्रोपराइटर प्रह्लाद सहाय कटारिया ने बताया कि मीठे घेवर 160 रुपए प्रति किलों व फीके घेवर 220 रुपए प्रतिकिलो बेच रहे हैं।
सिंजारा मनाया
आसपास व दूर दराज के क्षेत्र में सिंजारे की रस्म भी निभाई गई जिसमें नव विवाहित दुल्हन के लिए घेवर कपड़े आदि भेजें गए।