सोनी सब के शो “अलादीन : नाम तो सुना होगा” में फिर मिले अम्मी और अलादीन, ऐसी थी उनकी प्रतिक्रिया
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मुम्बई। अलादीन (सिद्धार्थ निगम) और यास्मीन (आशी सिंह) अपनी जड़ों, अपनी रियासत बगदाद में लौटते हैं। सोनी सब पर प्रसारित होने वाले फैंटेसी ड्रामा “अलादीन नाम तो सुना होगा” की कहानी में आए नए टिवस्ट ने दर्शकों को आश्चर्य में डाल दिया। इस शो में अलास्मीन के पुनर्जन्म से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए हैं। अलादीन के शहजादा और यास्मीन के गरीबों की मसीहा उर्फ काली चोरनी के रूप में फिर से जन्म लेने से इस प्यारी सी जोड़ी के बीच हंसी-मजाक और छेड़छाड़ चलती रहेगी, जिससे दर्शकों को काफी मजा आने वाला है।
तुर्किस्तान से निकाले जाने के बाद अलादीन और यास्मीन रास्ते में पीर बाबा से मिलते हैं। पीर बीबा के भेष में अंगूठी का जिन्न (प्रणीत भट्ट) इस जोड़ी को बगदाद का रास्ता दिखाता है और लंबे समय से बिछुड़े हुए दोस्तों, अलादीन और जिन्न (राशुल टंडन) को फिर से मिलाने का फैसला करता है। अलादीन और यास्मीन काफी मुश्किल रास्ता तय करते हुए एक गुफा में पहुंचते हैं। वहां उन्हें एक जादुई चिराग मिलता है। जैसे ही अलादीन उस चिराग को रगड़ता है, उसमें से जिन्न उसके सामने प्रकट होता है।
दर्शक इस शो में पूरी तरह से नए जिन्न को बदले अंदाज में देखेंगे। इस शो में अलादीन और जिन्न की खूबसूरत दोस्ती फिर से परवान चढ़ने के लिए तैयार है। जिन्न अलादीन और यास्मीन को अपनी जादुई कालीन पर बगदाद ले जाता है। जैसे ही वे बगदाद में उतरते हैं, अलादीन का ध्यान एक ऐसी महिला की ओर जाता है, जो देखने में उसकी अम्मी (स्मिता बंसल) लगती है, लेकिन वह महिला कोई और होती है। यह देखकर अलादीन निराश हो जाता है। वहां से निराशा में यास्मीन के पास लौटते हुए अलादीन अपनी अम्मी से टकराता है और उनके रास्ते पहली बार मिलते हैं।
अलादीन और अम्मी की पहली मुलाकात कैसी होगी?
शो में शहजादा अलादीन का किरदार निभा रहे सिद्धार्थ निगम ने कहा, अलादीन और यास्मीन का सफर शुरू हो गया है। दोनों नहीं जानते कि आगे क्या होने वाला है। उनकी किस्मत उन्हें अपने मिशन के नजदीक ला रही है। भविष्य में तेजी से कई घटनाएं होंगी, जो अलादीन और यास्मीन को बगदाद ले जाएंगी। इस बीच उनकी मुलाकत एक पुराने दोस्त, जिन्न से नए अवतार में होगी। अलादीन और जिन्न के बीच गहरा तालमेल और आपसी हंसी-मजाक से यह शो के दर्शकों और फैंस के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का वादा करता है। अलादीन की अपनी अम्मी से भी मुलाकात होगी। इसलिए यह देखना वास्तव में दिलचस्प होगा कि इस शो के अंत में क्या होता है इसलिए “अलादीन : नाम तो सुना होगा” देखते रहिए।
शो में अम्मी उर्फ रुखसार बेगम का रोल निभा रहीं स्मिता बंसल ने कहा, अम्मी लगातार दुआ मांग रही हैं कि कोई जफर के क्रूर और अत्याचारी शासन से बगदाद को बचा ले। जफर के शासन में पूरे बगदाद को काफी तकलीफें झेलनी पड़ी हैं और अम्मी किसी चमत्कार की उम्मीद कर रही हैं। अलास्मीन के पुनर्जन्म के बाद उनका पहला मिलन काफी दिलचस्प होगा क्योंकि अलादीन एक बिगड़ैल शहजादा है और स्कूल की प्रिंसिपल रुखसार को बिगड़े हुए बच्चे सख्त नापसंद हैं। अम्मी को भी शुरू में अलादीन से नफरत होती है। अम्मी और अलादीन एक दूसरे को भूल चुके हैं। दर्शकों को तैयार रहना चाहिए क्योंकि शो के आने वाले एपिसोड बीते हुए पुराने दिनों की अच्छी याद दिलाएंगे और इस पुनर्मिलन को देखना काफी मजेदार रहेगा। इसलिए देखते रहिए।