"जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं" राज्यपाल की प्रदेशवासियों से अपील


फाइल फोटो 


कोविड-19 से बचाव के उपायों को अपनाने की लें प्रतिज्ञा
हाथ धोंये बार-बार, सही से पहनें मास्क और निभायें दो गज की दूरी
संकल्प का यह अभियान जनता का आन्दोलन बनना चाहिए
मास्क नहीं तो प्रवेश नहीं नारे को व्यावहारिक रूप प्रदान करें


http//daylife.page


जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रदेशवासियों से कोविड-19 से बचाव के उपायों को अपनाने की प्रतिज्ञा लेने की अपील की है। राज्यपाल ने लोगों से कहा है कि सही से मास्क पहनें। शारीरिक दूरी का पालन करें। हाथों की स्वच्छता को बनाये रखें। कोरोना वैश्विक महामारी से बचने के इन उपायों का पालन सभी लोगों को करना है। सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। आने वाले दो माह में अनेक त्यौहार भी आ रहे हैं। इस दौरान भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। लोगों को भीड़ न करने के बारे में भी सचेत होना होगा। मास्क नहीं तो प्रवेश नहीं नारे को व्यावहारिक रूप प्रदान करें।


‘‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं‘‘ राष्ट्र के प्रधानमंत्री जी के इस आहवान पर राज्यपाल मिश्र ने लोगों से अनुरोध किया है कि कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के उपायों में किसी प्रकार की ढ़िलाई न करें। जब तक इस बीमारी से बचने की दवाई नहीं आ जाती है, तब तक हमें बचाव के उपायों को जीवन में दिनचर्या का अंग बनाना ही होगा। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव ही इसका इलाज है।  लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानियां बरतनी होंगी तथा आवश्यक एहतिहात का पालन करना होगा।


राज्यपाल ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए आवश्यक सावधानियों का ध्यान रखना होगा। यह स्वयं के लिए तो जरूरी है ही साथ ही घर, परिवार, समाज, प्रदेश और देश भी इसी से सुरक्षित रह सकेगा। अपनी सुरक्षा अपने हाथों में है। सभी को मास्क पहनना अनिवार्य है। सामाजिक दूरी बनाये रखना आवश्यक है। साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मास्क और दो गज दूरी रखने के लिए जन आन्दोलन की शुरूआत हो गई है। इस आन्दोलन के दौरान आम लोगों को मास्क पहनने, उचित दूरी रखने और भीड़-भाड़ से दूर रहने के नियम की अनिवार्य रूप से पालना करने का संदेश दिया जा रहा है। अभियान की सफलता तभी सुनिश्चित हो सकेगी, जब सभी लोग मास्क पहनने केे जन आन्दोलन को सफल बनाएं और संक्रमण से खुद अपना तथा दूसरों का बचाव करें। मास्क पहनने और उचित दूरी बनाने के संकल्प के साथ यह अभियान वास्तव में जनता का आंदोलन होना चाहिए। 


राज्यपाल ने कहा कि जनता ही इस अभियान को आगेे बढ़ाए। आपस में लोग एक-दूसरे को समझाएं। मानव स्वास्थ्य पर कोरोना पॉजिटिव के ठीक होने के बाद भी इसके लंबे समय तक पड़ने वाले दुष्प्रभावों की स्थिति में यह आंदोलन ही एक मात्र ऎसा विकल्प है, जो जीवन को बचाने में मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जागरूकता के इस जन आंदोलन में बिना मास्क पहने लोगों को मास्क पहने रखने की अपील करें। इससे लोगों में अपने और स्वजनों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का सकारात्मक वातावरण बनेगा। इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए बचाव के उपायों को अपनाना ही होगा। बचाव के उपायों में लापरवाही किया जाना ठीक नहीं है। हालातों को देखते हुए हम सभी को एकजुट होकर इस महामारी को मात देनी होगी ताकि हम इस संकट के दौर से निकल सकें और मानव जीवन फिर से नियमित तरीके पर आ सके।