भाबीजी घर पर हैं में विभूति अपनायेंगे ‘डिवाइड एंड रूल‘ का पैंतरा! 


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मुम्बई। आप क्या करेंगे अगर आप उन दोस्तों के बीच भी खुद को अकेला महसूस करते हैं जो आपको अपना करीबी मानते हैं? शायद आप कोई ऐसा हीरो एक्ट करेंगे या फिर अपना कोई ऐसा महत्वपूर्ण बिंदु उनके सामने रखेंगे जो उनका ध्यान आपकी तरफ आकर्षित कर सके? लेकिन एण्डटीवी के ‘भाबी जी घर पर हैं‘ के हमारे विभूति (आसिफ शेख) जी जब इस तरह की सामान्य स्थिति से गुजरते हैं तो वह इसके एकदम उलट करते हैं। दरअसल हम इसे ‘डिवाइड एंड रूल‘ (बांटों एवं राज करो) की नीति कहते हैं और विभूति यही करने की करने की कोशिश करते हैं। शायद यह सुनने में बुरा लग सकता है, विभूति भूरे के खिलाफ तिवारी (रोहिताश्व गौर) को भड़काने की एक रणनीति बनाते हैं और वह उन दोनों के बीच लड़ाई करवाने में सफल भी होते  हैं । 


यह सब शुरू होता है जब विभूति तिवारी की घड़ी चुरा लेता है और उसके बाद उसका बटुआ भी चुरा लेता है और वह इसका इल्जाम दोनों बार भूरे पर लगाता है। भूरे को इस बात का बहुत बुरा लगता है और वो अंगूरी (शुभांगी अत्रे) के साथ अपने गांव जाने की योजना बनाता है। बेचारे विभूति को उसकी गलती का एहसास होता है, लेकिन अपनी गलती मानने के लिए क्या उसने बहुत देर कर दी है? इस ट्रैक पर टिपण्णी करते हुए आसिफ शेख ने कहा, ‘‘यह बहुत ही मजेदार सीक्वेंस है जिससे हर कोई जुड़ाव महसूस कर सकता है क्योंकि हर कोई उनकी जिंदगी में कहीं न कहीं इस तरह की स्थिति का सामना करता है। सबसे ज्यादा जो देखने लायक चीज है वो ये है कि कैसे अंग्रेजों का नुस्खा डिवाइड एंड रूल अपनाकर विभूति खुद को इस स्थिति से बाहर निकालता है, लेकिन इसके बाद जो होता है वह इसके लिए बिलकुल तैयार नहीं है। हमेशा प्रॉब्लम में पड़ने वाला, विभूति क्या अपना ये ड्रामा जारी रख पाएगा या अंगूरी भाबी के प्यार की खातिर वह ये सच बता देगा कि इस पूरी गलतफहमी पैदा करने के पीछे उसका दिमाग था।