जयपुर। भारत के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल-हुसैनी की 63वीं पुण्यतिथि के अवसर पर देश की इस महान आत्मा को आज राष्ट्र में उनको पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया जा रहा है। भारत रत्न आज़ाद एक भारतीय विद्वान, इस्लामी धर्मशास्त्री, सामाजिक शिक्षा कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। 22 फरवरी 1958 को उन्होंने अपनी आत्मा को हमेशा के लिए छोड़ दिया।
यह राष्ट्र के लिए शिक्षा, राजनीति, सामाजिक मामलों और बौद्धिक विकास के माध्यम से उनके योगदान को याद करने का दिन है। इस अवसर पर कमलेश मीणा, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र जयपुर, राजस्थान ने कहा कि हम सब लोग स्वर्गीय मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को 63वीं पुण्यतिथि पर पूरे सम्मान के साथ अपनी पुष्पांजलि अर्पित करते हैं।