'लव योर पेट् डे' के मौके पर एण्डटीवी ने अपने पेट्स के प्रति प्यार जताया

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मुम्बई। रॉबर्ट वैगनर ने सही कहा है, ष्पालतू जानवरो में इंसानों की तुलना में कहीं अधिक प्यार और दया होती है। लव योर पेट्स डे के मौके पर उनके साथ अपने खूबसूरत रिश्ते को दर्शाते हुए, एण्डटीवी के कलाकारों ने अपनी खुशियां व्यक्त कीं। गौरतलब है कि भाबी जी घर पर हैं की अनिता मिश्रा (नेहा पेंडसे), संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं की स्वाति (तन्वी डोगरा) और हप्पू की उलटन पलटन की कटोरी अम्मा(हिमानी शिवपुरी) के पास अपने-अपने पेट्स हैं। नेहा पेंडसे ष्टेडीष्, ष्शैम्पेनष्, ष्व्हिस्कीष्, ष्कपकेकष्, ष्कुकीष् नाम की पांच पालतू प्यारे कुत्तों की पैरेंट है और उनकी दो बिल्लियां ऐशा और ऐश है जबकि तन्वी डोगरा और हिमानी शिवपुरी के पास ऑस्कर और आर्या नामक पालतू कुत्ते हैं।

अपने प्यारे पेट्स के लिए अपने प्यार को व्यक्त करते हुए नेहा पेंडसे उर्फ अनिता भाबी ने कहा, श्एक पालतू जानवर का पैरेंट होना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मैं टेडी, शैम्पेन, कपकेक, कुकी, व्हिस्की, ऐशा और ऐश की नियमित जांच, शीरीरिक फिटनेस और उनके लिए एक स्वस्थ आहार सुनिश्चित करती हूं। जानवरों का प्यार बहुत ही शुद्ध और बिना शर्त के होता है, और ये चीज बहुत आनंद देती है। यह अपने तनाव को दूर करने का सबसे अच्छा जरिया है। जब भी मैं शूट से घर आती हूं, वो सब मेरे पास बहुत ही उत्साह और प्यार के साथ दौड़कर आते हैं जिससे मैं पूरे दिन का तनाव और थकान बिलकुल भूल जाती हूं। मैं हमेशा यही कोशिश करती हूं कि मैं उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता सकूं, खासकर मेरी छुट्टी के दिनों में मैं उनके साथ मस्ती भरे गेम खेलकर, उनके आसपास दौड़कर उनके पास चिपक के बैठ जाती हूं। 

वो मुझे बहुत ही खुशी और साथ ही एक भावनात्मक सहयोग प्रदान करते हैं। उनके साथ हर दिन बहुत ही खूबसूरत, रोचक और सकारात्मक होता है।आगे बात करते हुए तन्वी डोगरा उर्फ स्वाति ने कहा, अपने बेबी ऑस्कर से बहुत प्यार करती हूं, और उसे खुश देखने और खेलते हुए देखने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकती हूं। मैं उसकी पैरेंट तब से हूं जब वो सिर्फ कुछ महीनों का था और तबसे वो मेरी आंखों का तारा बन गया है। कभी-कभी उसके एनर्जी लेवल को मैच करना बहुत ही मुश्किल होता है, लेकिन हम इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि हम हर दिन उसके साथ खेलें। वह मेरा आदर्श साथी है और साथ ही एक अच्छा स्ट्रेसबस्टर भी है। 

हिमानी शिवपुरी उर्फ कटोरी अम्मा ने कहा, श्आर्या और मैं तब से अलग नहीं हुए हैं जब से वो मेरी जिंदगी में आई थी। वह मेरे सुख और दुःख की बहुत अच्छी साथी है। जब मैं हॉस्पिटल में थी, तो मुझे उससे दूर रहना पड़ा और जैसे ही मैं घर वापस लौटी तो वो मुझे देखकर खुशी से झूम उठी। अगले कुछ दिनों तक, वह हर रात को मेरे पास ही सोती थी और इस चीज को सुनिश्चित करती थी कि मैं उसे दोबारा छोड़कर नहीं जाऊं। घर में एक पालतू जानवर का होना घर को अच्छी और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। मैं आर्या से बहुत प्यार करती हूं और उसकी क्यूटनेस मुझे बहुत पसंद है।