खुद की आफत मिटाने के लिये सांभर नगरपालिका ने ढूंढा नायाब तरीका

पालिका ने सड़क पर भरे पानी की निकासी के लिये निजी भूखण्ड की जेसीबी से खुदाई कर डाली

सांभर की इंदिरा कॉलोनी में शिव मंदिर और मकानों के सामने सड़क ने लिया छोटे तालाब का रूप लिया

गहरा गढ्ढा खोदने से छोटे बच्चों के गिरने का डर 


शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

 पानी निकासी के लिये खोदा गया गढ्ढा बावडी का रूप ले चुका है

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सांभरझील। सांभर की इंदिरा कॉलोनी में स्थित शिव मंदिर और उसके थोड़ा आगे चलने पर राजू हरिजन के मकान के ठीक सामने सड़क पर भरा हुआ पानी इतना इकट्ठा हो गया है उसने अब छोटे तालाब की शक्ल ले ली है। पालिका प्रशासन ने खुद की आफत काटने के चक्कर में यहां पर भरे हुये पानी की निकासी को बाहर निकालने के लिये सामने खाली पड़े एक भू-मालिक के निजी आवासीय भूखण्ड में मौके पर जेसीबी बुलाकर उसकी गहरी खुदाई कर डाली, जिसकी वजह से सड़क से बहकर इतना पानी इस गढ्ढे में चला गया है वहां पर भी एक बावडी सी बनी गयी है। 

पालिका प्रशासन की इस कार्यवाही को लेकर आसपास रहने वाले लोगों ने कड़ा विरोध किया, इन लोगों का कहना है कि एक तो पालिका ने कानूनी डर बताते हुये अवैघ रूप से उनके प्लाटों की खुदाई कर उसको उबड़ खाबड़ बना दिया जब इसको लेकर शिकायत की गयी तो उल्टा हमें ही दोषी ठहरा रहे हैं। इतना ही नहीं पालिका ने यहां के लोगों को मानसिक दबाव में लेने के लिये जिनकी माली हालत पहले से ही है उन्हें कानूनी नोटिस इस आशय का भी कुछ दिनों पहले थमा दिया गया कि जिनका यह प्लाट उन्होंने इसकी चारदीवारी निर्माण क्यों नहीं की है। 

इन लोगों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति कोरोना काल की वजह से और टूट गयी है ऐसे में पालिका का नोटिस दिये जाने से मानसिक वेदना में चले गये है, उनके ये भूखण्ड आज के नहीं है। यहां के शिव मंदिर व आगे सड़क पर पानी इकट्ठा होने की अनेक वजह भी सामने आयी है जिसमें प्रमुख से दो तीन साईड से जिस रास्ते पर सीसी सड़क बनी हुयी है उसका सारा ढलान इधर ही होने से पालिका के भी समझ में नहीं आ रहा है कि इसका स्थायी समाधान क्या निकाला जाये। 

सर्च में एक बात और निकल कर यह आयी है कि इस कॉलोनी के आसपास यह पानी आज से नहीं बल्कि कई से लगातार भरते रहने के कारण यहां की जमीन की क्षमता पानी सोखने की इतनी कम हो गयी है कि बताया जा रहा है कि महज चार पांच फुट खुदाई के बाद पानी जमीन से बाहर आ जाता है, ऐसे में प्रशासन को इसके लिये कोई ठोस कार्यवाही कर इसका समाधान ढूंढने की जरूरत है ताकि यहां रहने वाले वाल्मिकी व अन्य समाज के लोंगों को सुकून की जिंदगी नसीब हो सके। इस समस्या से निजात दिलाने के लिये पालिका के सहायक अभियन्ता रवि कुमार कुमावत से रिक्वेस्ट की गयी तो उन्होंने कहा कि जो पानी भरा हुआ है उसको पम्पसैट के जरिये बाहर निकाल कर सफाई करवा दी जायेगी। हम मानते हैं कि तकनीकी प्रोब्लम सॉल्व करवाने में काफी दिक्कते आ रही है, आगे इसके लिये खास योजना तैयार कर मार्गदर्शन चाहा गया है।