मुम्बई। फिटनेस से मुझे खुशी, शांति और तंदुरुस्ती मिलती है। अपनी फिटनेस सीक्रेट के बारे में हमने सुदीप साहिर से अनेक सवाल किये। पेश हैं उन सवालों में से कुछ दिलचस्प जवाब :
आपके लिये फिटनेस का क्या मतलब है?
मेरे लिये फिटनेस जीने का एक तरीका है और इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है। मुझे फिट रहना पसंद है और मैंनहीं चाहता कि मैं तोंदू हो जाऊं। अपनी लाइफस्टाहइल में बदलाव लाये हुए मुझे 10 साल हो चुके हैं। पहले मैं कभी भी किसी चीज के बारे में सोचता नहीं था और अक्सऊर जंक फूड खाता रहता था। मैं सिर्फ एक समोसे तक नहीं रुकता था, कम से कम 4 तो जरूर खा लेता था। अब फिटनेस मेरे लिये बेहद जरूरी चीज बन गयी है, क्योंरकि इससे मुझे शांति मिलती है, मन खुश रहता है और मैं स्वेस्थी महसूस करता हूं।
आप अपने दिमाग और शरीर के बीच किस तरह हेल्दी बैलेंस बनाकर रखते हैं?
मैं बहुत ज्यानदा सोचने वाला इंसान नहीं हूं। मैं मानता हूं कि जो होना है वो होकर ही रहता है। इस तरह मैं अपने दिमाग को शांत रखता हूं। जहां तक शरीर को हेल्दी रखने की बात है, मैं सबकुछ खाता हूं लेकिन सीमित मात्रा में और हर 2-3 घंटे में।
इतनी मुश्किल और व्योस्त दिनचर्या के साथ आप खुद को किस तरह फिट रखते हैं और एक हेल्दी लाइफस्टा इल जी पाते हैं?
मैं अपना खाना घर से लेकर आता हूं। जिसमें मेरा ब्रेकफास्टत, लंच, कॉफी और फल शामिल होते हैं। पहले जब मेरे पास एक ड्राइवर था, मैं हमेशा ही घरेलू हवाई अड्डे तक जाता था और फिर घर लौटते वक्त पैदल वापस आता था। इससे मेरा वक्तर बर्बाद नहीं होता था और अपना वर्कआउट करते हुए मैं अपने परिवार के साथ ज्यालदा वक्त बिता पाता था।
आपका सबसे बेहतर वर्कआउट रीजिम क्या है?
मैं जिम करने वालों में से नहीं हूं। मैं आईने में देखकर वर्कआउट नहीं कर सकता, क्योंाकि मुझे यह बहुत ही बोरिंग लगता है। मैं हमेशा से ही एक रनर रहा हूं। यह मेरी खुशी के सबसे अच्छेट पल होते हैं और जब मैं दौड़ता हूं मुझे बहुत खुशी मिलती है। हफ्ते में 3-4 दिन, शूटिंग के बादघर लौटने पर दौड़ लगाता हूं। मैं दौड़ने वाली स्थिति में वापस लौटता हूंताकि गाड़ी पार्क करते ही घर जाने से पहले दौड़ने के लिये निकल जाऊं।
मैं अपने बेटे के साथ भी काफी वर्कआउट करता हूं। मैं उसे अपने साथ वॉक के लिये लेकर जाता हूंऔर कई बार हम अपने टेरेस पर जाकर भी वर्कआउट करते हैं। इससे मुझे अपने बेटे के साथ थोड़ा और वक्तह मिल जाता है।
क्या आपकी भूमिकाएं भी ऐसी होती हैं, जिसमें बॉडी को फिट बनाये रखने की जरूरत होती है?
कई बार ऐसा होता है। ‘तेरा यार हूं मैं’से पहले मैं एक शो में भगवान कृष्णी की भूमिका निभा रहा था। उसमें मुझे अपना पेट बिलकुल फ्लैट रखना था और बॉडी एकदम सही अनुपात में, ताकि मैं वह देवता जैसा नज़र आऊं। लेकिन बॉडी मस्यूफ्लैलर नहीं होनी चाहिये थी। इसलिये, मेरा वर्कआउट थोड़ा अलग तरह का था, जिसमें वेटलिफ्टिंग और रनिंग भी शामिल थी। वहीं सोनी सब के ‘तेरा यार हूं’में राजीव के किरदार के लिये मैं जो चाहे खा सकता था, क्यों कि मुझे उस किरदार के लिये जी-तोड़ मेहनत करने की जरूरत नहीं थी। इस किरदार के लिये मैं प्रोस्थे,टिक स्ट मक भी पहनता हूं। इसलिये, मुझे भले ही दुबला होना है लेकिन इस बात का भी ध्यासन रखना है कि मैं सही मात्रा में खाऊं। साथ ही एक हेल्दीझ लाइफस्टाेइल का पालन करूं।
अपने व्यास्तस दिनों में आप झटपट बन जाने वाला कौन-सा स्नैकक लेते हैं?
मैं मखाने खाता हूं। मैं अपने साथ ड्राइफ्रूट्स से भरा डब्बा रखता हूं, जिसमें काजू, अखरोट और बादाम होते हैं। अपने मीठे की तलब के लिये क्रैनबेरी का डब्बा् रखता हूं, जिन्हेंं मैं हर दिन अपने लंच के बाद खाता हूं। मैं उन लोगों में से हूं जो 6 महीने तक लगातार एक ही चीज खा सकता है। जैसे कि मैं 6 महीने तक सिर्फ बेसन का चीला खा सकता हूं जब तक कि मैं उससे ऊब ना जाऊं। जिस दिन मुझे वह नापसंद होने लगेगा फिर मैं एक साल तक उसे दोबारा नहीं खाऊंगा।
खाने की एक ऐसी चीज जिसे देखकर आप खुद को रोक नहीं पाते?
वह चीज आम है। मैं जानता हूं कि इससे वजन बढ़ता है और वह मीठा होता है, लेकिन मैं आम खाने से खुद को रोक नहीं सकता।
वर्कआउट करते हुए आप कौन-सा म्यू जि़क सुनना पसंद करते हैं?
किसी भी तरह का म्यूेजिक जो मुझे खुशी दे,मुझे सुनना पसंद है-वह भंगड़ा हो सकता है, एक अंग्रेजी गाना या कोई भी गाना। यदि वह ट्रैक मुझे पसंद आता है तो मैं उसे जरूर सुनूंगा।
कौन-सी चीज आपको फिटनेस के लिये प्रेरित करती है?
फिट रहने और फ्लैट स्टीमक के बारे में सोचकर ही प्रेरित हो जाता हूं (हंसते हुए)। आपको कपड़े फिट होते हैं, आपको अच्छार महसूस होता है और ये सारी बातें मुझे फिट होने के लिये प्रोत्साहहित करती हैं।
अपने प्रशंसकों को कोई फिटनेस टिप देना चाहेंगे?
चाहे कुछ भी हो जाये, 30-40 मिनट के वॉक या रनिंग के लिये वक्त् निकालें। इतना काफी है। एक और जरूरी चीज मैंने की है, अपनी कॉफी में शक्क र की जगह गुड़ मिलाता हूं। साथ ही 4 कप कॉफी पीने की बजाय इसे 2 कप कर दिया है।
मुझे मीठा खाना पसंद है, इसलिये मैं पूरे हफ्ते खुद को मीठा खाने से रोकता हूं और सिर्फ शनिवार को ही मीठा खाता हूं। इससे मुझे अपना वजन कम करने में मदद मिली और मीठे को लेकर मेरी तलब भी कम हो गयी। तो मैं पूरे हफ्ते खुद पर नियंत्रण रखता हूं, शनिवार को ही मीठा खाता हूं। इसके बाद फिर एक पूरा हफ्ता खुद को मीठा खाने से रोककर रखता हूं।