वैज्ञानिक अनुसंधानों का उपयोग सकारात्मक कार्य के लिए जरूरी

महाविद्यालय में आयोजित प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने दिखाये हुनर

बालिकाओं की ओर से बनाये गये प्रोजेक्ट का अवलोकन 


शैलेश माथुर

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सांभरझील। राजकीय शाकम्भर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विज्ञान क्लब के तत्वाधान में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. ज्ञानप्रकाश दायमा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। भारत के नोबल पुरस्कार से सम्मानित भौतिक शास्त्री डॉ. सीवी रमन के भौतिक विज्ञान के अभूतपूर्व योगदान रमन इंफेक्ट की महत्वपूर्ण खोज के लिये स्मरण किया गया। मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त डिप्टी डायरेक्टर ओपी दायमा ने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधानों का उपयोग सकारात्मक कार्य के लिये किया जाना चाहिए। इस मौके पर सह आचार्य डॉ. दीपक कुमार शर्मा, डॉ. डीसी डूडी ने अपने विचार व्यक्त किये। डॉ. ज्ञानप्रकाश दायमा ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम यूचर ऑफ एसटीआई इम्पेक्ट ऑन एजुकेशन, स्किल एण्ड वर्क पर महाविद्यालय की सहायक आचार्य डॉ. प्रियंका शर्मा ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेंशन के माध्यम से विज्ञान में हुयी आधुनिक अनुसंधानों पर प्रकाश डाला। 

इस दौरान ओरल प्रजेंटेंशन प्रतियोगिता, मॉडल प्रतियोगिता, साईंटिफिक रंगोली प्रतियोगिता व पोस्टर प्रतियोगिता में विज्ञान संकाय के अनेक छात्रों ने भाग लिया। ओरल प्रतियोगिता में छात्रा हर्षित मीणा प्रथम, ऋतु कुमावत द्वितीय व विशाल व्यास तृतीय स्थान पर रहे। मोडल प्रतियोगिता में वर्षा कुमावत व नर्गिस प्रथम, पूजा प्रजापत द्वितीय व अंकिता परसोया, तमन्ना सैनी एवं मधु शर्मा तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार पास्टर प्रतियोगिता में खुशनुमा कंवर व पूजा प्रजापत प्रथम, आरती कुमावत व सोनाली सुण्डा द्वितीय तथा आरती कुमावत व कृष्णा कुमावत तृतीय रही। आयोजित रंगोली प्रतियोगिता कमलेश कुमावत व केशव सिंह, सोलंकी प्रथम, नेहा सांखला व प्रिती जाजोरिया द्वितीय व नन्दलाल गुर्जर ने तीसरा स्थान पाया। विजेता रहे सभी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गयार।