जयपुर। नारायण सेवा संस्थान में रोटरी फाउंडेशन के समर्थन से प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स के लिए एक सेंट्रल फेब्रिकेशन यूनिट विकसित की जा रही है। यह यूनिट दिव्यांग जनों को सशक्त बनाने के लिए एनएसएस के वैश्विक अभियान के तहत कृत्रिम अंग और उपकरण प्रदान करेगी। यूनिट में स्थापित अत्याधुनिक तकनीक गुणवत्ता और किफायती कृत्रिम अंगों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी और इन्हें लगाने की लागत को भी कम करने में मदद करेगी।
रोटरी गवर्नर (जिला 6900) राजेश अग्रवाल ने कहा, दिव्यांग जनों को जीवन की एक नई शुरुआत करने में सहायता करने के उद्देश्य के साथ नारायण सेवा संस्थान उन्हें निशुल्क भोजन, ऑपरेटिव सर्जरी, कृत्रिम अंग, शिक्षा और कौशल जैसी सेवाओं की पेशकश करता है और इस तरह जरूरतमंद व्यक्तियों की सेवा करने का अथक प्रयास किया जा रहा है। और अब कृत्रिम अंग निर्माण के लिए सेंट्रल फेब्रिकेशन यूनिट की स्थापना करने से दिव्यांग जनों के जीवन को बदलने के लिए एक अतिरिक्त उपलब्धि हासिल की जा सकेगी।
रोटरी फाउंडेशन ने दो चरणों वाले इस प्रोजेक्ट को ग्लोबल ग्रांट देने का प्रस्ताव पारित किया है। पहले चरण में रोटरी क्लब एमोरी-ड्र्यूड हिल्स (यूएसए डिस्ट्रिक्ट -6900) और रोटरी क्लब उदयपुर मेवाड़ ने 1,82,995 डाॅलर का बजट पारित किया है।
इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, रोटरी फाउंडेशन के कारण, इस इकाई को स्थापित करने के हमारे विभिन्न प्रयास अब सफल रहे हैं। एनएसएस को उम्मीद है कि उदयपुर में सेंट्रल फेब्रिकेशन यूनिट की स्थापना से प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स से संबंधित मांग को जल्द पूरा किया जा सकेगा और इस तरह रोगियों को बेहद आसानी हो सकेगी।
नारायण सेवा संस्थान की एक्टिंग डायरेक्टर पलक अग्रवाल ने कहा, नारायण सेवा संस्थान ऐसे दिव्यांग जनों को निशुल्क कृत्रिम अंग और सर्जरी की सुविधा प्रदान करता है, जो यह खर्च उठाने में समर्थ हंै। इस काम में अब रोटरी फाउंडेशन का समर्थन मिलने से संस्था दिव्यांग जनों को और बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सफल रहेगी।नारायण सेवा संस्थान ने 2,72,353 व्हील चेयर, 2,93,539 बैसाखी, 55,004 हियरिंग एड्स, 5,220 सिलाई मशीनें, 15,262 आर्टिफिशियल लिम्ब्स और 3,55,597 कैलिपर्स वितरित किए हैं।