(वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक)
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पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले राज्य में कथित रूप से एक ऐसा सेक्स स्कैंडल सामने आया है जिसके चलते राज्य की बीजेपी सरकार के एक मंत्री को त्यागपत्र देना पड़ा। इसको लेकर पड़ोसी राज्यों- तमिलनाडु, केरल और पुद्दुचेरी के विधानसभा चुनावों में पार्टी को खामिआज़ा ना भुगतना पड़े इसलिए पार्टी का सारा नेतृत्व संभावित नुकसान को रोकने में लगा है।
इसके साथ ही इस बात की भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में ऐसे कई और सेक्स स्कैंडल टीवी चैनलों और अन्य डिजिटल मीडिया के जरिये वायरल हो सकते है। इसी के चलते मुख्यमत्री येद्दियुरप्पा मत्रिमंडल के लगभग आधा दर्ज़न मत्रियो ने अलग अलग अदालतों में याचिकाएं दायर की है जिसमें उन्होंने उनके विरुद्ध फेक न्यूस, सेक्स सीडी तथा ऐसी ही ख़बरें अथवा क्लिप जारी किये जाने के आशंका जाहिर की है। उन्होंने गुहार लगाई है इस प्रकार के आधारहीन प्रचार को प्रकाशित अथवा टीवी पर दिखाए जाने से पूर्व उनकी अनुमति अदालत से ली जाये।
पिछले दिनों कई स्थानीय तथा क्षेत्रीय टीवी चैनलों ने लगभग एक साथ ऐसे वीडियो दिखाए जिनमें राज्य के तब के जल संसाधन मत्री रमेश जारकीहोली को एक महिला के साथ लिप्त दिखाया गया था। चैनलों के प्रबंधकों ने कहा था कि ये वीडियो उन्हें एक सोशल एक्टिविस्ट ने उपलब्ध करवाए थे। इस अश्लील वीडिओ में युवती यह कहती सुनायी दे रही है कि मंत्री ने उसे नौकरी देने का झांसा उसका देह दोहन किया है। बताया जाता है कि यह युवती डाकूमेंट्री तथा ऐसी ही फिल्में बनाती है। ज्योही टीवी चैनलों ये क्लिप दिखाए, मुख्यमत्री को पार्टी के केन्द्रीय नेताओं के फ़ोन आने लगे। उन्हें कहा गया कि वे तुरंत जारकीहोली को मंत्री पद से इस्तीफ़ा देने को कहें। जारकीहोली ने कुछ आनाकानी के बाद इस्तीफ़ा तो दे दिया लेकिन वे बार बार दुहाई दे रहे थे कि यह वीडियो फेक है तथा उनके विरोधियों ने उनके खिलाफ कोई बड़ी साजिश रची है। उनकी बात में कुछ हद तक सच्चाई भी नज़र आती है क्योंकि अगले कुछ दिन तक न तो वह महिला सामने आई ना वकील आदि के जरिये मंत्री के खिलाफ पुलिस में कोई रिपोर्ट दर्ज करवाई। यहाँ तक कि चैनलों को वीडियो उपलब्ध करवाने वाला सोशल एक्टिविस्ट सामने नहीं आया। बहुत विलम्ब से उसने एक रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई लेकिन अगले दिन ही अदालत में एक अर्जी पेश कर अपनी रिपोर्ट वापिस ले ली।
राजनीतिक हलकों में इस कथित सेक्स वीडियो के बारे में कई तरह की बातें कही जा रही है। उधर पुलिस भी अपने स्त्तर पर सारे मामले की जाँच कर रही है। इसी बीच पूर्व मुख्यमत्री और जनता दल(स) के अध्यक्ष एच. डी. कुमारस्वामी ने यह कह कर सारे स्कैंडल को एक नया मोड़ दे दिया कि एक बड़े षडयंत्र के तहत जारकीहोली को पद से हटाने के लिए उनके कुछ विरोधियो ने 5 करोड़ रूपये खर्च कर यह काम करवाया है। युवती को इस काम के लिए 50 लाख रूपये दिए गए हैं। पहले इस वीडियो को एक विदेशी सर्वर के माध्यम से लोड किया गया। इस सर्वर को इस काम के लिए भारी रकम का भुगतान किया गया पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्त्तारी नहीं की है लेकिन संदेह के घेरे में आये कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस अभी तक उस महिला को नहीं खोज पाई है। पर यह दावा कर रही है कि युवती की पहचान कर ली गयी है। यह भी कहा जा रहा पा है कि पैसे देकर जारकीहोली अपने स्तर पर वे मामले को रफा दफा करने कोशिश कर रहे है। उन्होंने मुख्यमत्री सहित पार्टी के केंद्रीय नेताओं को बताया है कि इस तरह के फेक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की गई है।
जारकीहोली कांग्रेस के उन लगभग आधा दर्ज़न बागी विधायकों के नेता थे जिनके दल बदले जाने के कारण लगभग एक साल पुरानी और कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जनता दल (स) सरकार का सत्ता में आने के एक साल के बाद ही पतन हो गया था। इन सभी विधायकों ने सदन से इस्तीफ़ा देकर सरकार को अल्पमत में कर दिया था। बाद में सभी बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में उप चुनावों में जीत कर फिर विधानसभा में पहुंचे। वायदे के अनुसार लगभग सभी को मंत्री बनाया गया। जिन 6 मत्रियों ने अदालत में याचिकाएं पेश की है वे सभी इस बागी कांग्रेस के ग्रुप के हैं। इसलिए उनको आशंका है कि देर सवेर उनके खिलाफ भी इस तरह की फेक खबरे और वीडियो आ सकते है ताकि उन्हें मत्री पद छोड़ने से मजबूर किया जा सके।
जारकीहोली मराठी भाषी बेलगवी इलाके के सबसे प्रभावशाली नेता माने जाते है। वे पांच भाई है तथा सभी अलग-अलग समय और अलग अलग दलों से विधानसभा के सदस्य रहे है। उनके एक भाई बालचंदर जार की होली कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष है। जिस समय रमेश जारकीहोली ने मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा दिया उस समय कहा गया कि उनके स्थान पर बालाचंदर जारकीहोली को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन ऐसा अब पांच राज्य में विधानसभा चुनावों के बाद ही संभव है। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार हैं)