टी-सीरीज़ द्वारा रिलीज़ मनीषा ए अग्रवाल की 'मल्हार' बंदिश

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जयपुर। प्रख्यात म्यूजिक लेबल-टी-सीरीज़ ने राजस्थान की प्रसिद्ध गायिका मनीषा ए अग्रवाल के 'मल्हार' गीत को रिलीज़ किया | यह एक अनोखा संगीत कोलैबोरेशन है जिसमें राजस्थान के मामे खान फीचर्ड हैं | इस अवसर पर मनीषा अग्रवाल ने बताया  "हमारी कोशिश थी की प्रकृति की सुंदरता को दर्शाता हुआ राग पर आधारित  एक मल्हार गीत बनाएं जिसमें  बारिश की बात हो और मोर, पपीहा, दादुर अन्य पशु पक्षियों का भी वर्णन हो" |

गाने के कम्पोज़र एवं म्यूजिक डायरेक्टर, रवि पंवार ने कहा की "मैंने करीब एक दशक पहले मनीषा ए अग्रवाल जी का गाना - 'पधारो म्हारे देस' कम्पोज़ किया था, जिसे राजस्थान के मुख्यमंत्री, अशोक गहलोत ने लॉन्च किया था और वह गीत राजस्थान का एंथम बन गया | एक बार फिर इस गाने के साथ हमारी यही कोशिश है शास्त्रीय संगीत और राजस्थान का रंग  दुनिया भर में पहुँचाया जाए। रवि ने बताया के मनीषा ने गायिकी में निष्ठा और साधना की वजह से मल्हार के दोनों निषाद को बखूबी निभाया है। 

मल्हार के इस अनूठे कम्पोजीशन में गीत के लेखक विजय अतीत हैं। अनुप्रास अलंकार का प्रयोग करते हुए  'घन-घन, घिर-घिर आये' , 'तड़ित तड़ित कर बिजली चमके' जैसी पंक्तियों द्वारा उन्होंने राजस्थान की प्राकृतिक तरंग को दर्शाया है। 


मनीषा ने कहा की "मामे खान ने इस गीत में जो अलाप गाया है, उससे इस कम्पोजीशन में चार चाँद लग गए।मामे खान ने उल्हास जताते हुए बताया की इस बंदिश में संतूर, सितार जैसे ट्रडिशनल, क्लासिकल वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल हुआ है। राजस्थान के लोक संगीत और हिन्दुस्तान के शास्त्रीय संगीत के एलिमेंट्स का ऐसा अनोखा मिश्रण सराहनीय है। उन्होंने बताया की गाने का वीडियो भी राजस्थान के रंगों और कला संस्कृति से सुसज्जित है। 

इस मौके पर मनीषा अग्रवाल ने कहा की  टी-सीरीज़ के भूषण कुमार जी ने इस गाने को सुना और पसंद किया और रिलीज़ करने की पहल की - शास्त्रीय संगीत को  प्रचलित करना हमारा दायित्व है - और मैं उनकी आभारी हूँ।