हनुमानगढ़ का युवा न्यूयॉर्क में बना डॉक्टर, दे रहा है संकट में सेवाएं

सुनील धूड़िया 

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हनुमानगढ़। कोरोना वैश्विक महमारी ने पूरे विश्व का संतुलन बिगाड़ दिया बड़े बड़े देशों की आर्थिक अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। कोरोना काल खंड में आमजन को डॉक्टरों की बहुत जरूरत मालूम हुई। इसी कालखंड में साबित हो गया कि डॉक्टर ही धरती के भगवान है। इसी श्रेणी में हनुमानगढ़ का युवा हरमन चोपड़ा अब डॉक्टर बन गया है उसने न्यूयॉर्क से मेडिकल यूनिवर्सिटी सायराक्यूज से डॉक्टर की डिग्री ली है। अब वो डॉक्टर ऑफ मेडिसिन बन गया है। हरमन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई हनुमानगढ़ के राष्ट्रीय शिशु सदन स्कूल हनुमानगढ़ टाउन से की थी। हरमन ने अपने नाना स्वर्गीय अमीर चंद सुखीजा एवं नानी कृष्णा सुखीजा का भी सपना पूरा किया है। 

हरमन के पिता सुभाष चोपड़ा भी न्यूयॉर्क में नौकरी करते है। हरमन की  माता डॉली चोपड़ा गृहणी है। हरमन ने डॉक्टर बनते ही कहा है कि वह अपने नाना के नाम से हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर में अस्पताल खोलेगा जिसमे जरूरतमंद एवं गरीब परिवार के लोगो का निःशुल्क इलाज भी किया जाएगा। गौरतलब है कि हरमन के नाना अमीरचंद सुखीजा का सपना था कि उसका नाती हरमन डॉक्टर बने। हरमन का परिवार एवं रिश्तेदार श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलो में रहते है। हरमन के मित्र रजत स्वामी ने बताया कि कोरोना से स्थिति नियंत्रित होने पश्चात हरमन हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर में अपनी सेवाएं देगा और जरूरमंद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का निःशुल्क इलाज भी करेगा।