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नई दिल्ली। प्रख्यात पर्यावरणविद, गांधीवादी ,सिल्यारा के संत के नाम से विख्यात और चिपको आंदोलन के जनक पद्मश्री सुंदर लाल बहुगुणा की हालत में अब सुधार है। उनके पुत्र राजीव नयन बहुगुणा के अनुसार उनका ऋषिकेश स्थित एम्स में इलाज चल रहा है। उनको 8 मई को खांसी, बुखार व कोरोना संक्रमित होने पर हालत गंभीर होने पर एम्स में भर्ती कराया गया था। अब उनकी हालत में पहले से कुछ सुधार है।
पर्यावरणविद ज्ञानेन्द्र रावत के अनुसार उनको अभी भी आक्सीजन सपोर्ट पर सघन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है जहां विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम उनकी स्थिति की बराबर निगरानी रख रही है।
ऋषिकेश एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल द्वारा दी जानकारी के अनुसार उनका सेचुरेशन लेवल 96 है। विशेषज्ञ डाक्टरों की सलाह पर उनका किडनी फंक्शन टैस्ट किया गया था। किडनी फंक्शन रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को उनको ड्यूरेटिक संबंधी दी जा रही दवाओं को बंद कर दिया गया है और अब उनको एनआरबीएम मास्क द्वारा आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। उनके स्वास्थ्य को लेकर सभी पर्यावरणविद, पर्यावरण विज्ञानी और पर्यावरण कार्यकर्ता चिंतित हैं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।