मुम्बई। हर हफ्ते एण्डटीवी अपने दर्शकों के लिये इमोशनल ट्विस्ट के साथ एक से बढ़कर एक ड्रामा, हंसी-ठिठोली और इमोशन लेकर आता है। इस हफ्ते हर शो में एक मुश्किल चुनौती होगी और साथ ही उनका हल भी दिखाया जायेगा। एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) अपने बेटे दरोगा हप्पू सिंह (योगेश त्रिपाठी) से यह कसम लेगी कि अब वह कभी झूठ नहीं बोलेगा। अपनी कसम को पूरा करने के लिये हप्पू को कई मजेदार परिस्थितियों और अनजाने में ही टकराव का सामना करना पड़ेगा। लेकिन कब तक वह अपनी कसम पर कायम रह पायेगा? एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के विभूति नाराण मिश्रा (आसिफ शेख) बिजलीवाले के एक और मजेदार अवतार में नजर आयेंगे। साथ ही एक बड़ी ही उलझन में फंसते हुए दिखेंगे।
आखिर वह उलझन क्या होगी और विभूति किस तरह उसका हल निकालेंगे? अब बात करते हैं एण्डटीवी के ‘और भई क्या चल रहा है?‘ के मिश्रा और मिर्जा के बारे में। उनके सामने अधमरे व्यक्ति की मुश्किल खड़ी हो गयी है! बिल्लू बाहुबली (सत्यम शुक्ला) मिश्रा और मिर्जा से मिलने उनकी हवेली आता है। लेकिन वह फर्श पर गिरकर बेहोश हो जाता है। जिसकी वजह से पूरी हवेली में कोहराम मच जाता है। उसे मरा हुआ मानकर, मिश्रा और मिर्जा दोनों ही घबरा जाते हैं और वे दोनों उस अधमरे व्यक्ति से पीछा छुड़ाना चाहते हैं!
एण्डटीवी के ‘संतोषी मां सुनाये व्रत कथायें‘ में धीरज चड्ढा (मेहुल निसार) के रिसाॅर्ट में देवी पाॅलोमी (सारा खान) स्वाति और उसके परिवार को लगातार परेशान कर रही है। जल्द ही स्वाति को इस रिसाॅर्ट की पूर्व मालकिन मिसेज चड्ढा (सुप्रिया तटकर) की हत्या का पता चलता है। वह उस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने का जिम्मा अपने ऊपर ले लेती है।‘हप्पू की उलटन पलटन‘ ट्रैक के बारे में योगेश त्रिपाठी उर्फ दरोगा हप्पू सिंह कहते हैं, ‘‘मुझे ऐसा लगता है ‘मां की कसम‘ से ज्यादा ताकतवार और प्रेरणादायी कुछ और नहीं होता। जब हम इस सीक्वेंस की शूटिंग कर रहे थे तो मुझे अपने बचपन के दिन याद आ गये। जहां मेरी मां अक्सर मुझसे कसम लिया करती थीं कि अब मैं वह बदमाशी दोबारा नहीं दोहराऊंगा जो मैं बचपन में किया करता था। आज तक मैंने उन बदमाशियों को कभी नहीं दोहराया।
लेकिन हप्पू की बात करें तो जब उसने सच बोलना शुरू किया तो उसके आस-पास के लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे और यही सोचते हैं काश उसने अम्मा की कसम ना खायी होती। दर्शकों को हंसी का काफी सारा डोज मिलने वाला है। उन्हें यह देखकर मजा आयेगा कि किस तरह हप्पू अपनी कसम का मान रख रहा है और लोगों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा रहा।‘‘‘भाबीजी घर पर हैं‘ ट्रैक के बारे में आसिफ शेख उर्फ विभूति नारायण मिश्रा कहते हैं, ‘‘हर नई कहानी के साथ मेरी उत्सकुता का स्तर कई गुना बढ़ जाता है, क्योंकि मुझे हमेशा ही यह जानने की जिज्ञासा होती है कि विभूति आगे क्या करने वाला है। वह जिस तरह से हर किरदार में ढल जाता है वह देखकर वाकई बड़ा अच्छा लगता है। इससे वह किरदार निभाना चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद काफी मजेदार होता है। एक बिजलीवाले की तरह एक्ट करना और एक टूलबाॅक्स के साथ यहां-वहां फिरना मजेदार लगा। लेकिन विभूति जब भी कुछ नया करता है उसके सामने मुसीबतें खड़ी हो जाती हैं।
यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि वह इसे विभूति के अंदाज में कैसे सुलझायेगा। ‘और भई क्या चल रहा है?‘ ट्रैक के बारे में पवन सिंह उर्फ जफर अली मिर्जा कहते हैं, जरा कल्पना कीजिये कि आपके कमरे में कोई अधमरा व्यक्ति पड़ा है और आपको नहीं पता कि उसे छुपाना कैसे है या उसे जगाना कैसे है। और उसकी पत्नी आपको पुलिस की धमकी दे रही हो! ऐसा लगता है मामला अपने हाथ से निकल गया है, लेकिन मिश्रा और मिर्जा परिवार उनमें से नहीं जोकि इतनी जल्दी हार मान ले। वह कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरे हैं और उन्होंने किसी ना किसी तरह उन्हें संभाला भी है। लेकिन क्या वह गिरफ्तारी टालने में कामयाब हो पायेंगे? ‘संतोषी मां सुनाये व्रत कथायें‘ ट्रैक पर तन्वी डोगरा उर्फ स्वाति कहती हैं, कहानी में काफी खतरनाक मोड़ आ गया है, क्योंकि इस शो में रहस्यों से परदा उठने वाला है। रिसाॅर्ट में हो रही घटनाओं से स्वाति और उसके परिवारवालों डर और घबराहट में हैं। वह अपने परिवार के लोगों की रक्षा और सलामती के लिये संतोषी मां से प्रार्थना करती नजर आती है। होटल में हत्या और संघर्ष का सिलसिला जारी है, क्या यह स्थिति सामान्य हो पायेगी?