मैं अपने सभी मीडिया बिरादरी मित्रों, हिंदी पत्रकारिता के वरिष्ठ सहयोगियों और संपादकों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, जयपुर और सोशल मीडिया लेखक, मीडिया विशेषज्ञ, तर्कसंगत विचारक, संवैधानिक अनुयायी, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक विश्लेषक।
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दीनबंधु चौधरी, मुख्य संपादक, दैनिक नवज्योति समाचार पत्र, राजस्थान। हिन्दी पत्रकारिता दिवस की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। हिन्दी पत्रकारिता में हमारे दैनिक नवज्योति अखबार को अब तक का सम्मानजनक और दूरदर्शी, मिशनरी विचारों वाला अखबार माना जाता है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हिंदी पत्रकारिता ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अखबारों, साप्ताहिक, पाक्षिक समाचार पत्रों और समाचार पत्रों के माध्यम से जन जागरूकता को बढ़ाया।
30 मई, हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल 30 मई को भारत में हिंदी भाषा में पत्रकारिता की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। आज ही के दिन 1826 में पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने कलकत्ता से भारत का पहला समाचार पत्र "उदंत मार्तण्ड" प्रकाशित किया था। हमारी हिंदी पत्रकारिता कई गुना निडर होकर फली-फूली है, लेकिन आजकल सवाल यह है कि हिंदी पत्रकारिता की तीक्ष्णता दिन-ब-दिन अपना प्रभाव और तीक्ष्णता खोती जा रही है।
हिंदी पत्रकारिता का हिस्सा होने के नाते यह गर्व और सम्मान का दिन है और हम अपने लेखन कौशल के माध्यम से आम लोगों की ईमानदारी की आवाज को मजबूती से उठा रहे हैं। लोकतंत्र में पत्रकारिता और मीडिया बिरादरी का महत्वपूर्ण स्थान है लेकिन आज के मीडिया ने इस मामले में निराश किया है और ज्यादातर हमारे मीडिया ने चुनी हुई सरकारों और पूंजीपतियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। अब हमारे मीडिया का बड़ा हिस्सा पैसा कमाने और कई गुना मुनाफा कमाने के लिए व्यवसायी के रूप में कारोबार कर रहा है।
हमें उम्मीद है कि एक दिन हमारे मीडिया को अपनी भूल का एहसास होगा और संवैधानिक जिम्मेदारी और जवाबदेही के रूप में अपना कर्तव्य निभाएगा। लेकिन इस काले युग में भी हमारी कुछ हिंदी पत्रकारिता और मीडिया समाज और राष्ट्र के विकास के लिए रचनात्मक भूमिका और मिशनरी भावना निभा रही है। मैं हमेशा गर्व से कहता हूं कि राजस्थान में दैनिक नवज्योति अखबार मिशनरी और दूरदर्शी विचारों के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और आज यह अखबार एक मिशन के रूप में काम कर रहा है और लोगों की जरूरतों को उनकी आवाज के रूप में सेवा दे रहा है, इसके संस्थापक दिवंगत कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी ने इस अखबार की नींव दौरान कुछ माप स्थापित किए और आज भी दैनिक नवज्योति अखबार अपने मिशन को पूरा कर रहा है। प्रभात खबर, जनसता, हिंदी प्रिंट आदि और अंग्रेजी अखबार में हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस अब तक का सबसे अच्छा काम कर रहा है। आज कई समाचार पत्र मीडिया और उसकी शक्ति के माध्यम से कदाचार, ब्लैकमेलिंग और पैसा और मुनाफा कमाने में शामिल हैं लेकिन कई समाचार पत्र, पत्रकार अपना काम ईमानदारी, समर्पण और पूरी तरह से प्रतिबद्ध और दृढ़ संकल्प और मिशनरी भावना से कर रहे हैं। हमें उनकी सेवाओं पर गर्व होना चाहिए और राष्ट्र के लिए उनके बलिदान की भावना को समझने की जरूरत है।
दैनिक नवज्योति समाचार पत्र, के मुख्य संपादक, दीनबंधु चौधरी अपने पिता स्वर्गीय कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी के दिशा-निर्देशों और समाचार पत्रों के नैतिक माप को आज तक बनाए रख रहे हैं, जैसा कि उन्होंने 2 अक्टूबर 1936 में दैनिक नवज्योति समाचार पत्र की स्थापना के समय स्थापित किया था। दैनिक नवज्योति अखबार के मिशन, विजन और लोगों की आवाज उठाने की भावना और लोगों की सेवा की भावना को अब तक कायम रखा गया है। दैनिक नवज्योति समाचार पत्र अब तक उनके पथ, मिशन और नैतिक मापन पर ध्यान दे रहा है। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार हैं)