बोले- मेरे लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद करके दिखाएं !
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नई दिल्ली। जैसे-जैसे 2022 मार्च में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, सूबे की सियासत एक बार फिर से पूर्व मंत्री एवं फायर ब्रांड नेता नवजोत सिंह सिद्धू के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। अमृतसर में सोमवार को जब दिल्ली के सीएम व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी का सीएम कैंडिडेट सिख समुदाय की ओर से होने की घोषणा की, तो मीडिया ने एक के बाद नवजोत सिद्धू को लेकर सवाल दागने शुरू कर दिए। हालांकि केजरीवाल ने इसका गोलमोल जवाब दिया और कहा कि वह सिद्धू को लेकर कोई लूज टॉक नहीं करना चाहते। इस घटनाक्रम के दो घंटे के बाद नवजोत सिंह सिद्धू मीडिया के सामने फिर आए।
न्यूज़18 इंडिया चैनल पर दिए गए इंटरव्यू में सिद्धू ने कहा कि पंजाब को दिल्ली का मॉडल नहीं अपना मॉडल चाहिए। इंटरव्यू में उनके तेवर इतने गर्म थे कि उन्होंने यह भी संकेत दिए कि कैप्टन के साथ उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उन्होंने कैप्टन को खुली चुनौती भी दी है कि वह उनके लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद करके दिखाएं। सिद्धू ने यह भी कहा कि कैप्टन पार्टी के साथ हैं, लेकिन पार्टी कैप्टन के साथ नहीं है।
बेअदबी और ड्रग्स के मुद्दे हल करें, बिना ओहदे के साथ रहूंगा
पंजाब के सीएम मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि सीएम यदि बेअदबी और ड्रग्स के मुद्दों काे हल करते हैं तो वह बिना ओहदे के उनके साथ खड़े रहेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि विवाद को लेकर हाईकमान के हर फैसले का भी वह सम्मान करेंगे।
बेअदबी और ड्रग्स के मामले में क्या बोले सिद्धू
उन्होंने बादल और कैप्टन परिवार का जिक्र किए बिना कहा कि पंजाब में दो बड़े घराने लेजिसलेटिव पावर को खत्म कर रहे हैं। दोनों घराने बारी-बारी पावर एक्सचेंज करते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव तक वह कांग्रेस में रहेंगे या नहीं इस बारे में उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया। कैप्टन को सिस्टम के नाम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ड्रग रैकेट में फंसे जगदीश भोला की स्टेटमेंट सिस्टम को पढ़ने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि हम इस रिपोर्ट को नहीं पढ़ेंगे। बेअदबी के बारे में पूछा तो कहा कि हम बाद में बात करेंगे।
जनता की भलाई के हर प्रस्ताव को ठुकराया
सिद्धू ने कहा कि सिस्टम ने मेरे हर जनता की भलाई के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि बेअदबी के मामले में सिस्टम ने सबूतों को कमजोर किया. सिद्धू का कहना है कि यदि बेअदबी और ड्रग के मामलों को हल कर दिया जाता है, तो वह बिना ओहदे के कैप्टन के साथ खड़े रहेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को बेअदबी का मामला चुनाव से छह महीने पहले ही क्यों याद आया। उन्होंने कहा कि सरकार पंजाब के लोगों का भला करे और उन्हें किसी पद का लालच नहीं है। उन्होंने कहा कि कैप्टन ने चाय पर बुलाकर उन्हें कैबिनेट में पद का लालच दिया था, लेकिन उन्हें इसकी याद छह महीने पहले ही क्यों आई।