सखी (चिन्मयी साल्वीे) ने किया गुरू के नाम का खुलासा

 गुरू पूर्णिमा पर सखी किसे चुनेगी अपना गुरू ?

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मुम्बई। सोनी सब का शो 'वागले की दुनिया' अपनी दिलचस्प और बांध कर रखने वाली कहानी के साथ दर्शकों का दिल जीत रहा है और यह टेलीविजन पर देखा जाने वाला सबसे बेहतरीन शो बन गया है। इस शो के आगामी एपिसोड्स में, दर्शक राजेश वागले (सुमीत राघवन) की जिंदगी में एक नाटकीय मोड़ देखेंगे। दरअसल, उसकी बेटी सखी (चिन्मयी साल्वीे) ने अपने गुरू के नाम का खुलासा कर दिया है। 

कहानी में आगे, गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर वागले परिवार साई बाबा के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस मौके पर राजेश, अपने बच्चेा को गुरू पूर्णिमा की अहमियत के बारे में बताने की कोशिश करता है। जब राजेश अपने बच्चोंप को बताता है कि हमें अपनी जिंदगी में गुरू का सम्माान क्यों करना चाहिये, तो सखी कहती है कि वह राजेश को अपना गुरू नहीं मानती। वह राजेश के वजाय विवान (नमित शा‍ह) को अपना गुरू मानती है, क्योंकि उसने हर कदम पर उसका साथ दिया है और उसे जिंदगी में सही एवं गलत के बीच फर्क करना सिखाया है। 

राजेश यह जानकार थोड़ा चौंक जाता है और उसे हिचकियां आने लगती हैं। राजेश के लिये स्थिति उस समय और बिगड़ जाती है, जब उसकी हिचकी ऑफिस में भी चालू रहती है और इसकी वजह से उसकी कंपनी को एक महत्वयपूर्ण प्रोजेक्टी गंवाना पड़ता है। एक ओर जहां, राजेश इस बात को पचा नहीं पा रहा कि उसकी बेटी अपने पिता के वजाय अपने दोस्त   को अपना गुरू मानती है, वहीं दूसरी ओर सखी उनसे कहती है कि वह गुरू पूर्णिमा के अवसर पर विवान के पैर छूकर उसके प्रति सम्मा न व्यभक्तर करने के बारे में सोच रही है। राजेश इससे घबरा जाता है और घोषणा करता है कि जो कोई भी हिचकियों से छुटकारा पाने में उसकी मदद करेगा, वह उसे अपनी पूरी जिंदगी अपना गुरू मानेगा। राजेश की हिचकी का उपाय उपाय ढूंढने में उसके दोस्तज, दक्षेश (दीपक पारीक) की जिंदगी में उथल-पुथल मच जाती है, जबकि राजेश एक मुश्किल में फंस जाता है। 

राजेश की हिचकियां कैसे रुकेंगी? क्यास दक्षेश राजेश की हिचकियों को रोकने में मदद कर पायेगा?

राजेश वागले की भूमिका निभा रहे सुमीत राघवन ने कहा, गुरू पूर्णिमा एक बेहद खास दिन होता है, क्यों कि इस दिन हमें अपने टीचर्स का शुक्रिया अदा करने का मौका मिलता है, जिन्होंकने हमें अपनी जिंदगी के कई सबक सिखाये हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं इस साल ऑन-स्क्रीषन भी गुरू पूर्णिमा का जश्न  मना रहा हूं। इस शो के आगामी एपिसोड्स बेहद दिलचस्प  होने वाले हैं। दर्शक देखेंगे कि राजेश किस तरह अपनी बेटी, सखी को गुरू पूर्णिमा की अहमियत बताने की कोशिश करता है, लेकिन उसका यह दांव उलटा पड़ जाता है और सखी को अपने पिता की सोच बदलने का एक मौका मिल जाता है। ऑन-स्क्रीउन इस तरह के दिल को छू लेने वाले सीक्वें स कम ही देखने को मिलते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि दर्शकों को यह एपिसोड देखकर मजा आयेगा।

चिन्ममयी साल्वी, जोकि सखी वागले की भूमिका अदा कर रही हैं, ने कहा, इस बार गुरू पूर्णिमा पर, मैं अपनी जिंदगी में उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, जिन्होंने मुझे ज्ञान देकर मेरी मदद की है। मैं खासतौर से अपने पिता की आभारी हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि हर बेटी अपने पिता को अपना पहला टीचर और हीरो मानती है। आगामी एपिसोड में, गुरू पूर्णिमा पर, सखी विवान को अपना गुरू और मार्गदर्शक चुनने वाली है। उसका फैसला सुनकर, राजेश का दिल टूट जाता है और वह अपमानित महसूस करता है। इसके अलावा, यह ट्रैक दर्शकों को जिंदगी में एक गुरू की अहमियत और बाकी चीजों के बारे में बताता है। यह शो देखते रहिये और हम पर ऐसे ही अपना प्याीर बरसाते रहिये।