पालिका प्रशासन की लापरवाही से शिफ्ट नहीं हुये कचरा डिपो
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील(निसं)। सांभर में सैण्ट्रल बैंक के आगे व सांभर पुस्तकालय के नजदीक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाहर एवं सार्वजनिक नेहरू बालोद्यान के नजदीक राजकीय यूनानी औषधालय के बाहर करीब दस वर्ष पहले पालिका की ओर से खुले में स्थापित किया गया कचरा डिपो यहां का वातावरण पूरी तरह से दूषित कर रहे है। तमाम शिकायतों व सम्बन्धित पार्षदों की ओर से इस मुद्दे को अनेक दफा निवर्तमान बोर्ड की बैठक में उठाकर इसका जबरदस्त विरोध किया जा चुका है, लेकिन लापरवाही इस हद तक बढ गयी है कि पालिका के अधिकारियों पर इस बात का कोई असर नहीं हो रहा है। राजकीय बालिका स्कूल के बाहर से व यूनानी औषधालय के पिछवाडे में आसपास की गंदगी व कचरा लाकर यहां पर पहले भी डाला जाता रहा है और आज भी यहां पर कचरे का ढेर लगा दिया जाता है। लिखने योग्य है कि तहसील के पुराने भवन के पास से होकर कटला बाजार होते हुये यह रास्ता स्कूल से आगे बड़ा बाजार की तरफ निकलता है, जहां बीच में उक्त बैंक की शाखा व पुस्तकालय है। गर्ल्स स्कूल के सामने एक और निजी स्कूल है यह सब जानते हुये भी पालिका प्रशासन खुद की आंख मूंदे बैठा है, लेकिन इसका कोई हल नहीं खोजा जा रहा है। सैंकड़ों लोग यहां पर आवाजाही रहती है। इसी प्रकार सार्वजनिक नेहरू बालोद्यान के नजदीक यूनानी औषधालय की स्थिति इसी कचरा डिपों की वजह से खराब हो रही है। इन कचरा डिपो को अन्यत्र शिफट करवाने के लिये यूनानी चिकित्साधिकारी व गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्या की ओर कई बार पत्र पालिका व प्रशासन को लिखा जा चुका है, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी वे इसे यहां से हटवाने में सफल नहीं हो सके। गौर तलब है कि इस मामले में पूर्व पार्षद विष्णु कुमार सिंघानिया, पार्षद धर्मेन्द्र जोपट व पूर्व पार्षद सिराजुद्दीन मंसूरी की ओर से पालिका प्रशासन कई बार ध्यान आकृष्ट करवाया गया लेकिन महज कोरे आश्वासन ही दिये गये है, जिससे यह समस्या आज भी बरकरार है।