भीलवाडा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाडे के सचिव महन्त नरेन्द्र गिरी महाराज की संदिग्ध मौत के मामले में गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी उनके परम शिष्य आनन्द गिरी भीलवाड़ा जिले के माण्डल तहसील के ब्राहम्णो की सरेरी गांव निवासी है। सुत्रो के अनुसार आनन्द गिरी सरेरी निवासी रामेश्वर चोटिया के सबसे छोटे पुत्र है। इनसे दो बडे भाई भंवर लाल व कैलाश तथा एक छोटी बहिन भी है। रामेश्वर लाल कृषि कार्य करते है तथा इनका मकान गांव में चारभुजा मन्दिर के समीप है। आनन्द गिरी छठी कक्षा में पढते थे तभी गांव छोडकर प्रयागराज चले गये थें। बाद में नरेन्द्र गिरी के आश्रम पहुंच कर उनके परम शिष्य बन गये। आनन्द गिरी लोकडाउन के दौरान अपनी माता के निधन के समय गांव आये थे। तब ग्रामीणो ने उनका भव्य स्वागत किया था।