घड़साना। सिंचाई पानी की मांग को लेकर 9 दिनों से उपखंड कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन करने वह 5 दिन तक प्रशासन ठप करने के बाद सतरा ना बीएसएफ कैंप में सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर वह प्रशासन की तरफ से संभागीय आयुक्त वह पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ किसान संघर्ष समिति के नेताओं कि समझौता वार्ता हुई जिसमें किसान संघर्ष समिति के पूर्व विधायक कामरेड पवन दुग्गल सुनील गोदारा श्योपत मेघवाल राजू जाट व अन्य किसान नेता उपस्थित थे। प्रशासन में किसानों के बीच काफी गहमागहमी के बाद चार बारी लिखित में देने पांचवी बारी का आश्वासन मिल जाने पर किसानों ने धरना प्रदर्शन प्रशासन माफ कर दिया। समझौता वार्ता होने के बाद भाजपा व अन्य नेताओं ने इस समझौते के प्रति आक्रोश जताया और कहा कि चार बारिया सरकार पहले देने को तैयार थी फिर 10 दिनों तक किसानों को क्यों बिठाए रखा गया वह इसके लिए कामरेड नेताओं पर आरोप भी लगे।
वह पूरी रात सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप चलते रहे तो पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर पत्रकारों को बताया कि जैसा कि समझौता वार्ता के बाद पूरी रात से इस समझौते के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप चल रहे हैं या यह कहा जा रहा है कि कामरेड बिक गए यह सरासर गलत है हमने समझौता सही किया है पांच बारी हमें सरकार पानी देगी और जितना टाइम डैम में पानी है जितना 58% हमारा रिजर्व बनता है उतना सिंचाई अधिकारियों ने हमें देना स्वीकार किया है और छठी बारी समीक्षा करने के बाद में दे दी जाएगी हमें दो बारी अक्टूबर माह में मिलेगी जिससे किसानों के खेतों में सरसों की बिजाई हो सकेगी।
इसके अलावा जो पहले चार में से एक ग्रुप था हमने तीन में से एक ग्रुप करवाकर पूर्व में घोषित रेगुलेशन को तुड़वा दिया है। यह किसान संघर्ष समिति की जीत है और जो आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं वह सरासर गलत है ऐसा कुछ नहीं हुआ है हम कल भी किसानों के साथ थे आज भी किसानों के साथ हैं और हमेशा किसानों के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे हम किसानों की फसल को पकने तक पूरा पानी दिलाएंगे।