सुदर्शन जैन आईआईएचएमआर के चेयरपर्सन नियुक्त

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जयपुर। सुदर्शन जैन ने आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय, जयपुर के चेयरपर्सन के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है। शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय की गिनती चोटी के संस्थानों में होती है। स्वास्थ्य देखभाल और संबंधित कार्यक्रम के बेहतर प्रबंधन के माध्यम से स्वास्थ्य के मानकों में सुधार के लिए देश में एक अग्रणी उच्च शिक्षा संस्थान के रूप में भी इसकी पहचान है।

आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट डॉ. पी. आर. सोडानी ने विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह में नए चेयरपर्सन सुदर्शन जैन का स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ. सोडानी ने कहा, हमें आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय परिवार में एक प्रसिद्ध वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञ श्री सुदर्शन जैन का स्वागत करते हुए खुशी का अनुभव हो रहा है। हमें यकीन है कि उनके सक्रिय और ऊर्जावान नेतृत्व में आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने में सक्षम होगा।

सुदर्शन जैन ने स्वास्थ्य नीतियों को आकार देने और सरकार और वैश्विक भागीदारों के साथ स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुदर्शन जैन इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस के महासचिव, वरिष्ठ सलाहकार - एपेक्स पार्टनर्स और कई संगठनों के बोर्ड सदस्य हैं। जैन 2021 के लिए इंटरनेशनल जेनेरिक एंड बायोसिमिलर मेडिसिन्स एसोसिएशन (आईजीबीए) के अध्यक्ष भी हैं। वे पूर्व में एबट हेल्थकेयर सॉल्यूशंस में प्रबंध निदेशक भी रहे। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा उद्योग में 40 से अधिक वर्षों तक अनेक अग्रणी और महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।

आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन के रूप में कार्यभार संभालने पर सुदर्शन जैन ने कहा, आईआईएचएमआर की गिनती देश में प्रमुख स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान संस्थानों में की जाती है। संस्थान ने स्वास्थ्य देखभाल उद्योग को और बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। संस्थान ने नीति-निर्माण और कार्यक्रम प्रबंधन के लिए अनेक अवसरों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इतने महत्वपूर्ण संस्थान का हिस्सा बनकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। कोविड-19 के बाद हेल्थकेयर उद्योग ने एक जबरदस्त बदलाव देखा है और आज देश में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को और मजबूत करने के साथ-साथ बदलते समय के अनुकूल बनाने की तत्काल आवश्यकता है और मुझे यकीन है कि आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय इस बदलाव का नेतृत्व करेगा।

उन्होंने कहा, मैं अपने देश के लिए ऐसे रोमांचक समय में इस भूमिका को निभाने के लिए बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं, जहां स्वास्थ्य सेवा की जरूरतें तेजी से बढ़ रही हैं। इन स्थितियों को देखते हुए हम आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय को भारत के स्वास्थ्य केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में काम करेंगे।

इस अवसर पर, आईआईएचएमआर के ट्रस्टी-सेक्रेटरी डॉ. एस डी गुप्ता भी उपस्थित थे। उन्होंने सुदर्शन जैन का स्वागत करते हुए कहा, आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय आज एक ऐसे विद्वान और प्रतिष्ठित व्यक्ति के हाथ में है, जिन्हें अपने क्षेत्र में विविध अनुभव और विशेषज्ञता हासिल है। हमें यकीन है कि उनके समृद्ध अनुभव के सहारे आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय अपनी पहचान को और मजबूत बनाते हुए नए प्रतिमान कायम करेगा।