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जयपुर। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित स्त्रीत्व को शब्दों के माध्यम से हस्ताक्षरित करती प्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका अरूंधती सुब्रमण्यम ने इंडियन सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर (आइस्पैल इंडिया) के बासठवें संडे साहित्यिक सत्संग मे शिरकत की और बेहद संजीदगी से अपने काव्य संग्रह लव विदाऊट ए स्टोरी और आध्यात्मिक महिलाओं से विशेष संवाद पर आधारित उनकी नई पुस्तक विमेन हु वेयर ओनली देमसेल्वज पर अति विशिष्ट चर्चा की। असीमित ऊर्जा से आलोकित लेखिका ने उत्कृष्ट काव्य लेखन के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपनी पुस्तकों से कुछ अंशों का पठन किया।
इस कार्यक्रम को ऑनलाइन जूम प्लेटफार्म पर डाॅ. जी ए घनश्याम, फाउंडर और जनरल सैकट्ररी, आइस्पैल और प्रोफेसर ऑफ इंगलिश, डायरेक्टरेट ऑफ हायर एजुकेशन, रायपुर, छतीसगढ के मार्गदर्शन में डॉ शालिनी यादव, प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, कॉम्प्यूकॉम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, जयपुर ने विशेष रूप से संयोजित किया।
डाॅ. दिव्या जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, गवर्नमेंट डुंगर कालेज, बीकानेर, राजस्थान ने सेशन में चेयर पर्सन की अहम भुमिका निभाकर लेखन सम्बन्धित अपनी भावनाएं संप्रेषित की जो स्वयं एक बेहतरीन कवयित्री और अनुवादक है। राजनंदगाॅव, छतीसगढ के महारानी लक्ष्मी बाई गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सैकंडरी स्कूल से लेक्चरर डाॅ मोन्सी वर्गीस ने प्रोग्राम को अच्छे से संचालित कर आगे बढाया।
प्रोफेसर घनश्याम ने लेखिका अरूंधति सुब्रमण्यम के प्रति सादर आभार व्यक्त किया। आइस्पैल से डाॅ अनुपमा वोहरा, प्रेसीडेंट, डाॅ. प्रशांता चक्रवर्ती, वाइस प्रेसिडेंट, और डाॅ. अशोक सचदेवा, वाइस प्रेसिडेंट का कार्यक्रम संचालन में विशिष्ट योगदान रहा। प्रमोद ढींगले, आइटी कोर्डिनेटर, आइस्पैल इंडिया के विशेष सहयोग से प्रोग्राम का समापन किया गया। अंततः डाॅ शालिनी ने तहेदिल से सभी साहित्य प्रेमियों को भव्य उपस्थिति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रोग्राम को फेसबुक, यू ट्यूब, जन टीवी इत्यादि विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से प्रसारित कर जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया।
स्त्री संयोजकत्व में संचालित इस कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण की एक अलौकिक छवि परिलक्षित हुई जहां सभी महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन विशेषतः स्त्रियों द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।