सांभर में उच्च जलाशय का पाईप टूटने से पेयजल सप्लाई ठप्प हुयी

सैकड़ों उपभोक्ताओं के घरों में पांच दिनों से पानी नहीं पहुंचा

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील (जयपुर)। यहां मुगल सिंधी मौहल्ला में सार्वजनिक नेहरू उद्यान के नजदीक जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के उच्च जलाशय के नीचे करीब दस फुट गहरे गढ्ढे में दबी पाईप लाईन व उसमें लगने वाला खास वाल्व के टूट जाने से विगत पांच रोज से पानी सप्लाई पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पाईप के टूट जाने व वाल्व के खराब होने के कारण टंकी को भरने वाला सिस्टम पूरी तरह बेकार हो गया है, जिसकी वजह से अनेक मौहल्लों में विगत पांच दिनों पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। 

जानकारी में आया है कि इस पाईप लाईन को सुधारने वाला जरूरी सामान व पानी को टंकी तक पहुंचाने में मदद करने वाला वाल्व का समय पर जुगाड़ नहीं होने से साफ पता चलता है कि विभागीय तंत्र तत्काल समस्या का निदान करने में पूरी तरह से लाचार बना हुआ है। उच्च जलाशय के नीचे पाईप लाईन खराब होने के कारण करीब दस फुट तक पानी भर गया जिसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। बड़े हैमर मंगवाकर इसे खुदवाया गया है, बताया जा रहा है कि इस काम में अभी करीब दो दिनों का समय और लग सकता है, तब तक अनेक मौहल्लों में पेयजल सप्लाई किया जाना विभाग के लिये संभव नहीं बताया जा रहा है। 

यह भी पता चला है कि विभाग के पास पर्याप्त संसाधनों की कमी के कारण इस काम को ठीक करने में कार्मिकों को सर्दी के मौसम में जबरदस्त परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि रात्रि में कार्य के दौरान इस पेयजल टंकी के चारों और रोशनी नहीं होने से भी दिक्कतें सामने आ रही है, कार्मिक खुद के मोबाईल की टार्च को ऑन करके यह भी पता लगाने का प्रयास कर रहे है कि इसके अलावा कोई और जगह से तो लीकेज नहीं है। बता दें कि करीब छह माह पहले भी इस उच्च जलाशय के नीचे इसी प्रकार की खराबी पैदा होने से सात दिनों तक पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प रही थी। यह भी लिखने योग्य है कि इस टंकी के चारों और जंगली बबूल की झाडियों के काफी तादाद में उगने के कारण काम करने वाले कार्मिकों को इसे हटाने के लिये समय खराब करना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक बुधवार को भी विभाग के आदमी इसे ठीक करने में जुटे रहे।