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जयपुर। भारतीय पारम्परिक कला को देश विदेश में प्रसारित करने के प्रयास के तहत राजस्थान स्टूडियो एवं रूफटॉप ऐप द्वारा आईसीसीआर (इंडियन काउन्सिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स) एवं एम्बेसी ऑफ इंडिया, इज़राइल के कॉलेब्रोरेशन में गोंड पेंटिंग की ऑनलाईन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। भारत के 75वें स्वतंत्रता वर्ष के उपलक्ष्य में ‘बुलाये भारत‘ पहल के तहत आयोजित इस वर्कशॉप में इज़राइल के 200 से अधिक कला प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें तेल अवीव विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स एवं फेकल्टी भी शामिल हुई।
इस वर्कशॉप का संचालन भोपाल के पुरस्कार विजेता मास्टर कलाकार वेंकट रमन सिंह श्याम और द सर्कल कम्यूनिटी की कलाकार अंजू वर्मा द्वारा किया गया। वर्कशॉप के दौरान प्रतिभागियों ने मास्टर कलाकार के सानिध्य में शेर और पक्षियों के चित्र बनाये और उनमें बेहद खूबसूरती से रंग भरे। मास्टर कलाकार वेंकट रमन सिंह ने बताया कि गोंड कला जनजाति के दैनिक जीवन से जुड़ी लोक कला है और इसमें प्रत्येक पैटर्न में गूढ़ अर्थ निहित होता है। उन्होंने आगे बताया इसमें ‘डॉट‘ का अर्थ है सुप्रीम पॉवर से है और इसके चारों और बनाया गया ‘सर्किल‘ कम्यूनिटी को इंगित करता है। कार्यशाला के प्रतिभागियों ने वर्कशॉप को बेहद पसंद किया एवं प्रसन्नता व्यक्त की तथा आगामी भविष्य में इसी प्रकार की अन्य आर्ट वर्कशॉप के आयोजन को लेकर इच्छा जाहिर की।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान स्टूडियो द्वारा आयोजित की जा रही इन आर्ट वर्कशॉप में विदेशों में भागी उत्साह देखने को मिल रहा है। हाल ही में पेरिस एवं मस्कट स्थित इंडियन एम्बेसी के सहयोग से वर्ली आर्ट वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें क्रमशः 200 एवं 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था। आगामी गोंड आर्ट वर्कशॉप 27 मार्च को एम्बेसी ऑफ इंडिया, बैंकाक के सहयोग से आयोजित की जायेगी।