विश्व वन्यजीव दिवस
देहरादून। प्रकृति की गोद में बैठा उत्तराखंड वन्यजीवों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। उत्तराखंड अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रदेश पूरे देश में एक विशिष्ट पहचान लिए हुए है। यहाँ संरक्षित और गैर-संरक्षित वन क्षेत्रों में वन्यजीवों की हजारों प्रजातियाँ निवास कर रही हैं, जो ना केवल पर्यावरणीय संतुलन प्रदान करती हैं, बल्कि लोगों में उत्साह और रोमांच पैदा करती हैं। इस राज्य में मौजूद उद्यान, अभ्यारण और संरक्षित क्षेत्र देशभर में मशहूर हैं। ऐसे में आज यानी गुरुवार को मनाए जाने वाले विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर उत्तराखंड का नाम लेना लाजमी हो जाता है।
विश्व वन्यजीव दिवस 2022 की थीम- पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को ठीक करना रखी गई है। इसके चलते अपने खुशहाल वन्य जीवन को अरसों से बेहतर बनाए रखने वाले उत्तराखंड टूरिज्म ने स्वदेशी सोशल मीडिया मंच, कू ऐप पर अपने ऑफिशियल हैंडल के जरिये एक के बाद एक कई पोस्ट करके इस कई महत्वपूर्ण बातों को साझा किया है।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने कू ऐप पर विश्व वन्यजीव दिवस की शुभकामनाएँ देने के साथ ही राज्य के समस्त राजसी जीवों की बेहद खूबसूरत झलकियों से रूबरू कराया है। अपनी एक पोस्ट में पर्यटन विभाग ने लिखा-
विश्व वन्यजीव दिवस की शुभकामनाएँ! और इस विशेष अवसर को मनाने के लिए उत्तराखंड के सभी राजसी जानवरों की एक झलक देखने से बेहतर क्या हो सकता है! राज्य एक वन्यजीव-आश्रय है, जो देश के कुछ सबसे आकर्षक, सुंदर जीवों से भरा हुआ है। यहां एक पूर्वावलोकन है…
एक अन्य पोस्ट में पर्यटन विभाग ने लिखा-
यह सुंदर, भेड़िये जैसा जानवर वास्तव में जंगली हिमालयी सियार है, जिसे उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता है। यह प्रजाति जल निकायों के पास, तलहटी और निचले पहाड़ों में निवास करना पसंद करती है। अगली बार जब आप हमसे मिलें, तो नज़र रखें, और, कौन जानता है, शायद आप भी भाग्यशाली हों!
विभाग ने इसके आगे और जानकारी देते हुए लिखा-
इसे समझें: उत्तराखंड का राज्य पक्षी क्या है। एक संकेत: आप इसे देख रहे हैं। यह सही है, यह हिमालयन मोनाल है! यह खूबसूरत प्रजाति एक उच्च ऊंचाई वाला पक्षी है, हालांकि यह गर्मियों में निचले स्तर तक उतरता है- और विशाल शंकुधारी जंगलों में रहना पसंद करता है!
प्रदेश में मौजूद पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए पर्यटन विभाग ने बताया-
क्या आप जानते हैं, उत्तराखंड- प्राकृतिक चमत्कारों की भूमि- देश के कुछ सबसे शानदार वन्यजीव अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों का भी घर है? उनमें से एक पिथौरागढ़ में अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य है। लगभग 600 वर्ग किमी के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है।
देश के प्रमुख नेशनल पार्क की जानकारी देते हुए उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने बताया-
उत्तराखंड के घने जंगल और हरे भरे जंगल भी कुछ विदेशी वनस्पतियों और जीवों के घर के रूप में दोगुने हैं। यहां के कई राष्ट्रीय उद्यानों में से एक- जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान, भारत का पहला और सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान, गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान, बिनसर, अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य, नैना देवी पक्षी अभ्यारण्य आदि- वन्यजीवों के साथ घूमने के लिए
देश के प्रमुख नेशनल पार्क की जानकारी देते हुए उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने बताया-
उत्तराखंड के घने जंगल और हरे भरे जंगल भी कुछ विदेशी वनस्पतियों और जीवों के घर के रूप में दोगुने हैं। यहां के कई राष्ट्रीय उद्यानों में से एक- जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान, भारत का पहला और सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान, गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान, बिनसर, अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य, नैना देवी पक्षी अभ्यारण्य आदि- वन्यजीवों के साथ घूमने के लिए! साफ तौर पर उत्तराखंड के घने और हरे-भरे जंगल वन्य जीवों को बेह…