देवयानी सरोवर : साफ सफाई का अभाव, प्रशासन की अनदेखी

देवयानी सरोवर से सिवानिया तक बारिश के पानी का रास्ता जाम

बारिश के पानी को लिफ्टिंग कर तीन दफा लोगों ने ही भरा था कुण्ड


शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील (जयपुर)। स्थानीय नावां रोड की तरफ देवयानी सरोवर में बारिश के पानी का बना प्राकृतिक रास्ता कई वर्षों से कचरे के ढेर   में दब चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब डेढ दशक पहले पचास लाख रूपये खर्च कर बनवायी गयी पक्की कैनाल आधे रास्ते तक ही बन सकी वह भी अब कचरे से अटी पड़ी है। बारिश के पिछले कई दौर निकल चुके लेकिन प्रशासन का नकारा सिस्टम इस दिशा में काम करने का इच्छुक नहीं है। 

देवयानी सरोवर प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शुमार है, इसमें वर्ष 2012 के बाद से तीन चार दफा यहां जन सहयोग से जागरूक लोगों की टीम ने देवयानी सरोवर के दूसरी तरफ से जमा बारिश के पानी को लिफ्टिंग कर भरने का कारनामा किया था। यह बताना जरूरी है कि देवयानी सरोवर में बारिश के पानी के लिये बनी हुयी प्राकृतिक सिरे अब बंद पड़ी है।  सरकार करोड़ों रूपये खर्च करके भी देवयानी सरोवर में एक बूंद पानी तक नहीं पहुचा सकी। 

लिखने योग्य है कि सरकार के आला तकनीकी अधिकारियों ने भी देवयानी सरोवर का मौका मुआयना किया लेकिन आज तक उनकी भी यह समझ में नहीं आ सका है कि देवयानी सरोवर में बारिश का पानी कैसे पहुंचाया जाये। देवयानी सरोवर के उत्तर दिशा की तरफ से बने कच्चे रास्ते को ही यहां के लोगां ने कैनाल का रूप दिया, लेकिन प्रशासन के स्तर से ऐसा कोई आज तक काम नहीं हो सका जिससे इस कैनाल को स्थायी रूप दिया जा सके। बारिश के मौसम में इस कच्ची कैनाल में इतना बारिश का पानी जमा होता है कि देवयानी सरोवर मंे आगामी दो वर्षों तक पानी स्टोरेज किया जा सकता है, लेकिन इस दिशा में शासन व प्रशासन की ओर से आज भी कोई कवायद नहीं की गयी है। गतवर्ष बारिश के पानी को लिफ्टिंग कर भरवाया गया था, उसका स्तर भी इतना कम हाे गया है कि हजारों की संख्या में मछलियों का जीवन संकट में पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है।