प्रकाश जैन चपलोत
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भीलवाड़ा। भीलवाड़ा शहर में आर.यू.आई.डी.पी. द्वारा वर्ष 2017 से सीवरेज का कार्य किया जा रहा हैं। जिसकी कार्य पूर्ण करने की अंतिम तिथि 22 अगस्त 2020 थी, मगर लगभग दो वर्ष बीत जाने के बाद भी शहर में पूर्ण रूप से कार्य पूरा नहीं किया गया। जिससे शहरवासी परेशान है। आये दिन सीवरेज के कार्य को लेकर शहरवासियों द्वारा प्रशासन को शिकायतें होती रहती है। मगर अब तो प्रशासन ने भी इन शिकायतों पर गौर करना बंद कर दिया है। कुछ शहरवासियों ने सीवरेज में हो रहे घटिया कार्य एवं धीमी गति को लेकर न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया है। न्यायालय ने भी सीवरेज का कार्य कर रही कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर डांट पिलाई।
सुत्रो के अनुसार शहर में सीवरेज परियोजना के अन्तर्गत सीवरेज पाईप लाईन डालने का कुल लक्ष्य 408 किलोमीटर था, जिसके मुकाबले आरयूआईडीपी द्वारा अब तक 379 किलोमीटर ही पाईप लाईन डाली गई है। परियोजना की लागत 369.30 करोड़ रूपये हो चुकी हैं। जबकि यह कार्य समय पर हो जाता तो इतनी लागत नही आती। यहा तक की परियोजना के तहत सड़को के निर्माण में मेन हॉल के सुव्यवस्थित नहीं होने (सडक लेवल से उपर अथवा नीचे) तथा जहां पर ट्रेंच सेटलमेंट हुआ हैं, ऐसे कुल 826 पॉईन्ट अधिकारियों द्वारा चिन्हित किए गए थें। जिसमें से कई पॉईन्ट अभी तक रिपेयर नही हो पाये है। जिससे आये दिन दुर्घटनाए होती रहती है।
इनका कहना है
अतिरिक्त जिला कलक्टर उत्तम सिंह शेखावत (शहर) ने कहा कि सीवरेज कार्य समय पर पूर्ण नहीं होने से कुछ परेशानी आमजन को हुई है। प्रयास किये जा रहे कि वर्षा ऋतु पूर्व कार्य पूर्ण हो जायें। इसके लिये शहर को 04 जोन में बांटकर कार्य की निगरानी के लिये वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।