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सांभरझील (जयपुर)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आज लोकसभा मे राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021 पर चर्चा में भाग लिया। खिलाड़ियों के समर्थन में विधेयक लाने के लिए सरकार को बधाई देते हुए उन्होंने कहा खेलों में डोपिंग को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है। ओलंपिक, कोमनवैल्थ गैम्स और वर्ल्ड चैम्पियनशिप जैसे अंतरर्राष्ट्रीय खेलों में खिलाडियों के भाग लेने के नियम-कानून बने हुए है। सभी खेल वर्ल्ड एन्टी डोपिंग ऐजेन्सी (वाडा) के नियमों के तहत होते है। वाडा और नेशनल ऐंटी डोपिंग ऐजेन्सी (नाडा) आपस में तालमेल बनाकर भारत में डोपिंग को रोकने की कोशिश कर रहें है।
कर्नल राज्यवर्धन ने कहा एक समय था जब भारत में नमूनों की जांच नहीं होती थी उन्हें विदेश भेजा जाता था, कुछ समय बाद भारत में टेस्टिंग शुरू हुई लेकिन प्रयोगशाला एवं कर्मचारियों के पास उचित साधनों का अभाव होने के कारण खिलाड़ियों के मन में शंकाए रहती थी क्योकी उनका पूरा केरियर समाप्त हो सकता था। बिना गलती के भी कोई डोपटेंट पाया जाए तो देश और परिवार की बदनामी का हमेशा भय बना रहता था। बीमारी में सही सुझाव देने के लिए डॉक्टर्स उपलब्ध नही होते थे तो दवाई लेने में भी डर लगता था। नेशनल ऐंटी डोपिंग ऐजेन्सी (नाडा) आज अपील पैनल बना सकती है।
अगर किसी खिलाड़ी पर कोई दोष लगा हो तो वह अपील कर सकता है। पहले सिर्फ खिलाड़ी पर पूरा का पूरा दोष आता था अब इनक्वायरी में सपोर्टिंग स्टाफ का आता है तो उस पर भी गाज गिर सकती है। अब खिलाड़ियों को थेरेपेटिक यूज एक्जम्शन और आसानी से मिल सके उसके उपर काम हो पाऐगा। बेहतर प्रयोगशाला बनेगी, फील्ड कलेक्शन ऐजेन्ट्स बेहतर होंगे। डोपिंग को रोकने जागरूकता शुरू की जाऐगी। कर्नल राज्यवर्धन ने खेल मंत्रालय से अपील करते हुए कहा देश ऐसा माहौल बनाया जाए जिससे जिला स्तर पर खेल रहे खिलाड़ी भी जागरूक हो सके। अगर संभव हो तो स्कूल के सिलेबस में भी इस विषय इसको डालना चाहिए। स्पोर्टस फेडरेशन्स को भी जागरूकता अभियान में शामिल किया जाए। सोशल मीडिया व अन्य साधनों के माध्यम से भी जागरूकता फैलाई जाए। खेल मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही मोबाईल एप के माध्यम से थेरेपेटिक यूज एक्जम्शन खिलाडियों के लिए आसान बनाया जाए।