जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती अपर्णा अरोरा ने स्वतंन्त्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हर घर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाए जाने सम्बन्धी राष्ट्रीय अभियान ‘‘हर घर तिरंगा’’ को प्रदेश में पूरी सफलता से क्रियान्वित करने के लिए व्यापक तैयारियां करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
उन्होंने 11 से 17 अगस्त तक चलाए जाने वाले इस अभियान की तैयारियों के सम्बन्ध में सभी संभागीय आयुक्तों एवं जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा की एवं निर्देश प्रदान किए।
श्रीमती अरोरा ने कहा कि यह अभियान कोई आम अभियान नहीं होकर पूरे राष्ट्र के लिए एक भावनात्मक अवसर है। इस अवसर के प्रति हर स्तर पर लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें इस अभियान से दिल से जुड़ने और अपने-अपने घरों, प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करें। साथ ही अधिक से अधिक भामाशाहों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों का इसमें सहयोग प्राप्त करने का प्रयास करें। ग्रामीण क्षेत्र के अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी राजकीय कार्यालयों, व्यावसायिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर अभियान के दौरान तिरंगा फहराया जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों को झण्डा लगाने के लिए प्रेरित करते समय झण्डा संहिता की आधारभूत बातों की जानकारी भी दी जाए। उन्हें बताया कि जाए कि किस प्रकार घरों एवं प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराया जाए एवं अभियान के बाद उसे ससम्मान उतारकर सहेजा जाए।
शासन सचिव पंचायती राज नवीन जैन ने एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से अभियान की विस्तृत जानकारी दी। जैन ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्रदेश में अभियान के प्रति जनजागरूकता बढाने, झण्डों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, संशोधित झण्डा संहिता, झण्डे के आकार-प्रकार की जानकारी आमजन को देने सहित स्कूली विद्यार्थियों, राजीविका, आंगनबाड़ी, एनजीओ, ई-मित्र, सार्वजनिक वाहन, टोल प्लाजा, जनसंचार माध्यमों एवं सोशल मीडिया के उपयोग सहित विभिन्न माध्यमों से इस अभियान के प्रति प्रेरक माहौल बनाने के साधन सुझाए।
इस अवसर पर शासन सचिव ग्रामीण विकास के.के.पाठक ने राज्य स्तर पर भी इस अभियान के लिए विशेष मीडिया कैम्पेन चलाए जाने, सार्वजनिक पार्काें में ध्वजारोहण, 8 अगस्त को प्रभातफेरी आयोजन के समय भी अभियान के प्रचार-प्रसार का सुझाव दिया। इस वीडियो कांफ्रेंस में राज्य मिशन निदेशक राजीविका श्रीमती मंजू राजपाल, पंचायती राज विभाग की निदेशक डॉ.प्रतिभा सिंह एवं विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।