जयपुर। इंडियन सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर (आइस्पैल इंडिया) के मंच पर साहित्यिक सत्संग में महिला सशक्तिकरण को साक्षात प्रमाणित करते हुए लेखन के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट लेखन के लिए विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित प्रसिद्ध लेखिका मेघना पंत, मिलन वोहरा, यासमीन सेट, और शालिनी मलिक ने मुख्य अतिथि के रूप मे शिरकत की। उन्होनें अपनी लेखन शैली, और लेखन की तकनीकों और बारिकियों से जुड़ी कुछ अहम बातें की। प्रभावी व्यक्तित्व वाली इन सभी लेखिकाओं ने बेहद सादगी और संजीदगी से अच्छे लेखन को प्रोत्साहित करने सम्बंधित अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ. शालिनी यादव, प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, कॉम्प्यूकॉम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, जयपुर ने किया और प्रसिद्ध लेखिकाओं से उनकी लेखन यात्रा को मद्देनजर रखते हुए एक्सक्लूसिव वार्ता की।
देश में महिलाओं की स्थिति में सुधार और महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए लेखिकाओं ने कुछ सुझाव दिए और साथ ही कहा हमें अपनी लड़कियों को देश-विदेश की प्रसिद्ध महिलाओं से प्रेरणा लेने के साथ अपने लड़कों को भी महिलाओं की प्रगति के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उनसे प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। दूसरी तरफ विचार व्यक्त किए कि बढते साइबर क्राइम को रोकने के लिए ना केवल युवतियों परन्तु युवाओं को भी प्रण लेकर आगे आना होगा कि ना ही वह स्वयं ऐसा करेंगे ना ही आस पास युवतियों के साथ दुर्व्यवहार, शारिरिक और मानसिक प्रताड़ना की घटनाएं होने देंगे। साथ ही इस विषय पर भी चर्चा हुई कि अच्छी पुस्तक पढ़ने या लेखन की आदत विकसित करने से कई मानसिक और मनोवैज्ञानिक रोगों के निवारण में भी सहायता मिलती है।
डाॅ. जी. ए. घनश्याम, फाउंडर और जनरल सैकट्ररी, आइस्पैल और प्रोफेसर आॅफ इंगलिश, डायरेक्टरेट ऑफ हायर एजुकेशन, रायपुर, छतीसगढ ने सेशन चेयर किया और सम्मानीय लेखिकाओं मेघना पंत, मिलन वोहरा, शालिनी मलिक और यासमीन सेठ को आभार स्वरूप सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया। प्रमोद ढींगले, आइटी कोर्डिनेटर, आइस्पैल इंडिया और असिंटटेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, मुम्बई, महाराष्ट्र के विशेष सहयोग से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अंततः भव्यता से कार्यक्रम को समापन की तरफ अग्रसर करते हुए डाॅ. शालिनी ने तहेदिल से सभी साहित्य प्रेमियों को उपस्थिति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रोग्राम को यू ट्यूब पर लाइव दिखाया गया और जन टीवी पर प्रसारित किया गया।