ईलाज के दौरान युवक की मौत, गुस्साए परिजनों ने किया प्रदर्शन

प्रकाश चपलोत जैन 

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भीलवाड़ा। मोड़ का निंबाहेड़ा गांव के एक युवक की मंगलवार को शहर के एक निजी चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई, जिससे गुस्साये परिजनों और रिश्तेदारों ने मृतक के आश्रित को दो करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर चिकित्सालय के बाहर जमकर उग्र प्रदर्शन किया। वही प्रदर्शन के दौरान उमडी भीड़ ने जबरन चिकित्सालय में घुसने की कोशिश की, पुलिस व भीड़ के बीच तु-तु में-में के साथ धक्का मुक्की हुई। उधर, इस घटना के विरोध में मृतक के गांव मोड का निम्बाहेड़ा के बाजार भी बंद रहें। 

मृतक के रिश्तेदार कैलाश गढ़वाल ने बताया की रामलाल का चार साल पहले पैर का ऑपरेशन करवाया गया, तब पैर में रॉड डाली गई थी। सोमवार को रामलाल, अपनी पत्नी के साथ बाइक पर सवार होकर शहर आया और शर्मा चिकित्सालय में पैर में लगी रॉड निकलवाने के लिये भर्ती हुआ। ऑपरेशन से पूर्व रामलाल को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। रामलाल की हालत को देखकर परिजन एवं शर्मा चिकित्सालय के चिकित्सक उसे तुरंत बेहोशी की हालत में बांगड चिकित्सालय में भर्ती कराया जहा उपचार के दौरान रामलाल की मौत हो गई। 

उसकी मौत की खबर आग की तरह फैलते ही परिजन, रिश्तेदार एवं सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गयें। और मृतक के आश्रितों को दो करोड़ रूपये मुआवजा देने की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक के रिश्तेदार ओंकार लाल माली,नंदलाल माली,बंशीलाल माली ने बताया कि मृतक तीन बच्चों का पिता था। और घर में अकेला कमाने वाला था। घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। मुआवजे की राशि को लेकर समाज के लोगों और चिकित्सालय प्रबंधन के बीच तीन-चार बार वार्ता हुई, लेकिन सभी वार्ता विफल रही। ऐसे में रिश्तेदार एवं ग्रामीण चिकित्सालय के बाहर ही टैंट लगाकर बैठ गये। भीड़ ने चिकित्सालय में भी घुसने की कोशिश की, मगर पुलिसकर्मियो ने भीड को रोकने का प्रयास किया। देर शाम तक चिकित्सालय प्रबंधन एवं परिजनों के बीच समझौता हुआ।