हम अपने मित्र ख़ुद चुन सकते हैं

मित्रता दिवस पर विशेष 

लेखक : आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या 

(निदेशक, एवन आर्किटेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड)

(संस्थापक अध्यक्ष , समर्पण संस्था)

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मित्र चुनना बहुत जवाबदारी का कार्य है जिस पर हमारा भविष्य टिका रहता है। मित्र चुनना कोई सरल काम नहीं है। कई बार तो हमें ऐसा दोस्त अचानक मिल जाता है जो हमारे लिए वरदान साबित हो जाता है। लेकिन मानव इतिहास में हमें ये भी उदाहरण देखने को मिलते हैं कि दोस्ती का खामियाजा ऐसा मिला कि उसे भुगतने के लिए जीवन भी छोटा पड़ गया। 

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने कहा है कि हमारे पास यदि ऐसे मित्र होते हैं जो हमें सकारात्मकता से भरपूर कर देते हैं तो हम विकलांग होकर भी हिमालय फतह कर सकते हैं। इसलिए मित्र हमेशा संभलकर चुनना चाहिए ।

फ्रेंडशिप डे यानी कि मित्रता दिवस जिसे अगस्त महीने के पहले रविवार को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिन को दोस्ती को समर्पित करने के पीछे एक कहानी है। बताया जाता है कि एक बार अमेरिका की सरकार ने एक व्यक्ति को मार दिया था। इस व्यक्ति का एक दोस्त था, जिसने अपने दोस्त की मृत्यु के गम में आत्महत्या कर ली। उनकी दोस्ती की गहराई को सम्मान देते हुए 1935 से अमेरिका में इस दिन को दोस्तों के नाम कर दिया गया और इस तरह फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरूवात हुई।

मित्रता हमारा सहज स्वभाव है जैसे साँस लेना भूख लगना... यह एक भाव है जो हमारे भीतर होता है और यह भाव कभी-कभी संबंध में बदल जाता है... इसे हम उम्र, पद, जाति, धर्म, सामाजिक स्तर, लिंगभेद के दायरे में नहीं बाँध सकते। 

यह एक दूसरे के प्रति ममत्व, सह्यदयता, प्रेम, भलाई, सहानुभूति, संवेदना, ईमानदारी, उदारता, भरोसा, आपसी समझ, के भावो से भरी रहती है... हमारे भीतर उम्मीदों और ख़ुशियों की एक दुनिया छिपी रहती है। मित्र ही आकर उस दुनिया का दरवाज़ा हमारे लिए खोलते है। मित्र ही इत्र है… जो जीवन महकाता है। मित्रता हमारे व्यक्तित्व निर्माण के साथ नैतिकता के पथ पर अग्रसर करती है।

किसी ने बहुत सुन्दर कहा है कि…

Birth is start of life, Beauty is art of life, love is part of life, Death is last of life, But FRIEND SHIP is heart of life.

 “Happy Friendship Day“ आपको मित्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ !