जनसंपर्क, सोशल मीडिया, फोटोग्राफी के सीख रहे गुर
www.daylife.page
जयपुर। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में नवनियुक्त सहायक जनसंपर्क अधिकारियों की हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में 17 अक्टूबर से जारी क्षमता संवर्धन कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को अधिकारियों ने जनसंपर्क, फोटोग्राफी और सोशल मीडिया के नवाचार और गुर सीखे।
प्रशिक्षण के दौरान जनसंपर्क विधा पर दिए गए अपने व्याख्यान में भारतीय जनसंचार संस्थान के प्रोफेसर आनंद प्रधान ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि सरकार की योजनाओं में जनता की भागीदारी बढ़ाने में जनसंपर्क की अहम भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं को धरातल पर सफलता से लागू करने में जनता का फीडबैक महत्वपूर्ण होता है और ये काम एक जनसंपर्ककर्मी बेहतरीन ढंग से कर सकता है। डॉ. प्रधान ने कहा कि सकारात्मक बदलाव के लिए चीजों को पूरी तरह काला या सफेद देखने के नज़रिए को बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रतिभागियों को जनसम्पर्क से जुड़े लेखन की बारीकियों से अवगत कराया।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में सूचना और जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश चंद्र शर्मा ने सूचना और जनसंपर्क विभाग की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए विभागीय ढांचे के बारे में बताया। शर्मा ने नवनियुक्त अधिकारियों की शंकाओं का समाधान भी किया।
कार्यशाला में वरिष्ठ फोटो पत्रकार पुरुषोत्तम दिवाकर ने फोटो के माध्यम से समाचार के प्रस्तुतिकरण के बारे में बताया। दिवाकर ने बताया कि एक पॉजिटिव फ़ोटो लाखों लोगों को सकारात्मक ऊर्जा देती है। उन्होंने प्रतिभागियों को फोटोग्राफी के तकनीकी पहलुओं से भी परिचित कराया।
जनसंपर्क सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी आशीष जैन ने बदलते दौर में सोशल मीडिया की भूमिका के बारे में चर्चा करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार की योजनाओं के प्रभावी प्रचार प्रसार पर जोर दिया।
कार्यशाला के आख़िरी सत्र में फैक्ट चैक विशेषज्ञ गरिमा श्री ने फेक न्यूज़ के दुष्प्रभाव और भ्रामक खबरों के कारण जनसम्पर्क के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को फैक्ट चैक के लिए काम आने वाले टूल्स की भी जानकारी दी। इस अवसर पर कार्यशाला की समन्वयक डॉ. ऋचा यादव, विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.मनोज लोढ़ा भी मौजूद रहे।