बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल का भीलवाड़ा दौरा

बाल अधिकार संरक्षण विषय पर विभागीय अधिकारियों के साथ ली बैठक

राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा लिया

प्रकाश चपलोत जैन 

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भीलवाड़ा। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल शनिवार को भीलवाड़ा के एकदिवसीय दौरे पर रही। श्रीमती बेनीवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर आशीष मोदी, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बाल अधिकार संरक्षण विषय पर चर्चा की। बैठक के पश्चात उन्होंने राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 

कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में श्रीमती बेनीवाल ने पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग तथा बाल कल्याण समिति के अधिकारियों और सदस्यों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। श्रीमती बेनीवाल ने कहा कि जिले के पंडेर क्षेत्र में मीडिया रिपोर्ट में आई घटना पर बाल आयोग ने तुरंत इस मामले का संज्ञान लिया और तीन दिवस के भीतर रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट से यह पता लगा है कि यह घटना 2019 की है। जिसमें 6 में से चार बच्चियों का पुनर्वास कर दिया गया है और दो बच्चियों को बालिका गृह में भेजा गया है। 

उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बालश्रम, देह व्यापार जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाते हुए अधिक से अधिक लोगों में इस संबंध जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए। साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी को अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए निर्देशित किया। बैठक में जिला कलक्टर आशीष मोदी ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि जिले में बाल अधिकार संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल बैठक के पश्चात राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल  पहुंची। जहां उन्होंने स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट  का जायजा लिया। इसके अलावा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से भी घटना की जानकारी ली। अस्पताल में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए व्यवस्थाएं सुधारने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बेनीवाल ने संवेदना व्यक्त करते हुए दो बच्चों के मौत की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बाल आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है। इस घटना में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ शिल्पा सिंह, उपखंड अधिकारी डॉ. पूजा सक्सेना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक खान, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता धर्मराज, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग सत्यपाल जांगिड़, उप श्रम आयुक्त करण सिंह यादव, बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं पुलिस एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।