कार्डियोवेस्क्युलर और सीओपीडी/अस्थमा रोग प्रसार को कम करने एवं निदान हेतु लुपिन संस्था अलवर जिले में कार्य करेगी
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जयपुर। लुपिन ह्यूमन वेलफेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन (एलएचडब्ल्यूआरएफ), लुपिन लिमिटेड की सी एस आर शाखा है, ने घोषणा की कि राजस्थान के अलवर जिले में कार्डियोवैस्कुलर रोग (सीवीडी) और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के निदान करने के लिए राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ समझौता करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये ।
यह एमओयू डॉ. के एल मीणा, निदेशक जन स्वास्थ्य, चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग राजस्थान सरकार और तुषारा शंकर, प्रमुख - कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया।
समझौता करार (एमओयू) के अनुसार, एलएचडब्ल्यूआरएफ स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने और सीवीडी और सीओपीडी की व्यापकता के निदान करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के साथ काम करेगा। यह सहयोग अल्पावधि में बीमारियों के इलाज और लंबी अवधि में उनके प्रसार को कम करने हेतु कार्य करेगी। कार्यक्रम को चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की योजना है, जिसमे उपचारात्मक और समर्थन-आधारित समाधानों के माध्यम से अलवर में स्थानीय समुदायों की सेवा करना ही संस्था का प्राथमिक उद्देश्य है ।
भारत में रोगों से होने वाली सभी तरह की मृत्यु में गैर-संचारी रोग (एनसीडी) का लगभग 5.87 मिलियन (60%) योगदान हैं। सीवीडी और सीओपीडी भारत में दो प्रमुख रोग है, लेकिन राजस्थान में सीवीडी की व्यापकता दर और सीओपीडी के कारण होने वाली मौतें, दोनों राष्ट्रीय आंकड़ों से भी आगे निकल गई हैं। राजस्थान सांस की बीमारी के मामले में भी सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में शामिल है। इन आंकड़ों को समझते हुए एलएचडब्ल्यूआरएफ ने चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा विभाग (डीएमएचएस) द्वारा अनुमोदित चुनिंदा स्वास्थ्य सुविधाओं का व्यापक स्थिति विश्लेषण किया है। मूल्यांकन के निष्कर्षों को 21 सितंबर, 2022 के दिन समीक्षा के लिए डीएमएचएस के समक्ष प्रस्तुत किया गया था, और संस्था ने विभाग के मार्गदर्शन और सुझावों को परियोजना प्रस्ताव में शामिल किया गया है।
“भारत में एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में, लुपिन ने उच्च गुणवत्ता और सस्ती दवाओं और स्वास्थ्य सेवा को कमजोर आबादी और पिछड़े क्षेत्रों के जनसमुदायों तक पहुंचाया है । राज्य सरकारों के साथ जुड़कर हमारा लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, पहुंच और उपयोग में सुधार करना है।” - लुपिन के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा
राज्य मे सि. ओ. पी. डी. एवं सी. वी. डी. बिमारियों केे केसेज अधिक आ रहे है। अतः एन. सी. डी. और इनसे जुडी हुई बिमारियो की रोकथाम हेतु, एन. सी. डी. कार्यक्रम के अंर्तगत लुपिन लिमिटेड की सी. एस. आर. शाखा लुपिन फाउंडेसन के साथ एम. ओ. यू. साईन किया गया । लुपिन फाउंडेसन द्वारा अलवर जिले में जागरूक्ता व स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरीकरण हेतु, एन. सी. डी. कॉर्नर का निर्माण, जनजागृति, एवं मोबाईल मेडिकल वैन द्वारा सेवाऐं प्रदान की जाऐंगी।
डॉ के एल मीणा, निदेशक जन स्वास्थ्य, चिकित्सा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग राजस्थान सरकार ने कहा। यह एमओयू एलएचडब्ल्यूआरएफ के "लाइव्स" कार्यक्रम की एक पहल है, जिसका उद्देश्य समुदायों के लिए स्वास्थ्य देखभाल और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।
अलवर में, एनसीडी की जागरूकता बढ़ाने के प्रयासो के बावजूद, सीवीडी व सीओपीडी की बहुत अधिकता हैं। राज्य सरकार के साथ इस सहयोग से, हमें स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करने और इन दो प्रमुख बीमारियों के बोझ को कम करने में मदद मिलेगी। इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, अलवर के ब्लॉकों में सीवीडी और सीओपीडी स्वास्थ्य सेवा को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा" तुषारा शंकर, प्रमुख - कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, लुपिन ने कहा