वर्ष 1954 से क्षेत्र की जनता को सार्थक परिणाम का इंतजार
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील (जयपुर)। सांभर को जिला घोषित करवाने के लिए सात दशकों से फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के लोगों को आज भी सार्थक परिणाम का इंतजार है। सांभर को जिला बनवाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री जय नारायण व्यास, मोहनलाल सुखाड़िया, भेरोसिंह शेखावत, के कार्यकाल के दौरान प्रबुद्ध जनों की ओर से अभ्यावेदन पेश करने के दौरान सांभर को जिला बनाने के लिए आश्वस्त किया गया था। इसके पश्चात विगत वर्षों में प्रमुख रूप से वर्ष 1997 में सांभर जिला बनाओ मंच, वर्ष 2005 में जनहित संघर्ष समिति, वर्ष 2012 में बार एसोसिएशन सांभरलेक व इसके के पश्चात वर्ष 2017 में पुरजोर तरीके से उठाई गई जिले की मांग के बावजूद सरकार की और से कोई फोकस नहीं किया गया है।
बता दें कि इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वर्ष 2012 बार एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष शेख शमीमुल हक, सचिव नरेंद्र कुमार शर्मा संयोजक सत्यनारायण मिश्र के नेतृत्व में अभ्यावेदन प्रस्तुत किया गया था। उसके पश्चात निवर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से भी मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार की ओर से इस मामले में कोई सकारात्मक रूख नहीं अपनाया गया। यह भी बताना जरूरी है की सांभर में निजी कार्यक्रम से पधारे भाजपा के वरिष्ठ नेता वरिष्ठ नेता कालीचरण सर्राफ से अग्रवाल समाज के लोगों ने जब इस मुद्दे पर बात छेड़ी तो उन्होंने भी बड़े जोश के साथ कहा था यदि उनकी सरकार बनी तो सांभर को सबसे पहले जिला बनाएंगे, लेकिन इसके बाद इस बारे में उनकी ओर से कोई स्टेटमेंट नहीं आया है।
अब चूंकि प्रदेश में नए जिले गठित करने के लिए सरकार ने फिर से नई कमेटी का गठन कर उसके कार्यकाल को भी और बढ़ा दिया है इसके बाद तेजी से जिले की मांग ने फिर से जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सांभर को जिला घोषित करवाने के लिए क्षेत्र के लोगों के मिल रहे सहयोग व प्रबल आर्थिक योगदान से आंदोलन को अभी एक और नई गति मिलना शुरू हो गई है। सांभर जिला बनाओ कमेटी में प्रमुख रूप से शामिल नेता प्रतिपक्ष अनिल कुमार गट्टानी की ओर से बताया गया कि इसके लिए संयोजक विवेक कुमार, चेयरमैन बालकृष्ण जांगिड़, सीपी व्यास, लक्ष्मीकांत शर्मा, रमेश चौधरी के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने फुलेरा, सांभर, नारायणा व्यापार मंडल के सदस्यों से चर्चा कर 30 नवंबर को जयपुर कूच करने व बंद को सफल बनाने के लिए अपना स्वैच्छिक समर्थन भी दिया है।
क्षेत्र के लोगों का एक विशाल समूह राजधानी पहुंचेगा। आम सभा का आयोजन किए जाने का भी निर्णय लिया गया है और इसके लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट करवाया जाएगा। जिले की मांग के लिए क्षेत्र के लोगों का मिल रहा आर्थिक योगदान का लेखा-जोखा विस्तृत विवरण की जानकारी के लिए खास जिम्मेदारी सांभर व्यापार महासंघ के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण गोयल को सौंपी गई है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष अनिल कुमार गट्टानी व व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण गोयल का कहना है कि हमारी मातृभूमि के प्रति हमसे जो कुछ भी बनेगा इसके लिए भरसक प्रयास किए जाएगें।