जयपुर। "अपने सृष्टा को जानिए" शीर्षक पर हज हाउस में चिल्ड्रन इस्लामिक सर्किल, जमाते इस्लामी हिंद, जयपुर की ओर से चिल्ड्रन इस्लामिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी के समन्वयक जैनुल आबिदीन ने बताया कि प्रदर्शनी में 170 से अधिक बच्चों ने 100 से अधिक मॉडल तैय्यार किए जिसमें विज्ञान, गणित, भूगौल आदि के विभिन्न शीर्षकों को मॉडलों के माध्यम से प्रदर्शित कर उन्हें कुरआनी शिक्षाओं से जोड़कर बताया गया l एक मॉडल के द्वारा बताया गया कि कुरआन की शिक्षाएं संपूर्ण मानवजाति के लिए हैं। दूसरे मॉडल में बताया गया कि पहले मानव की हत्या करने वाले पर सारे मानवों की हत्या की सजा का भागीदार है। किसी मॉडल में धनवान लोगों को अपना धन जकात के माध्यम से निर्धनों पर खर्च करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके साथ स्वर्ग व नर्क को भी मॉडल के माध्यम से बताया गया कि अच्छे कर्म का नतीजा स्वर्ग व बुरे कर्मों का नर्क होगा।
मीडिया प्रभारी साबिर अहमद मंसूरी ने बताया कि इस प्रदर्शनी में विभिन्न कालों में आए ईशदूतों के संदेशों एवं संस्कृति को भी मॉडल के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी के मुख्य अतिथि जमाते इस्लामी हिन्द राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद नाजिमुद्दीन रहेl उन्होंने बच्चों के प्रयासों की सराहना की एवं प्रदेश की अन्य इकाइयों में भी ऐसे आयोजन करने के निर्देश दिए साथ ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।आयोजन में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाले गणमान्य व्यक्तियों ने बच्चों की मेहनत को अत्यधिक सराहा एवं उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए इस तरह के आयोजन के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष इंजीनियर मुहम्मद रमज़ान यूसुफ ने बताया कि कार्यक्रम में शहर मुफ्ती ज़ाकिर नोमानी, डॉक्टर इकबाल सिद्दीक़ी,फिरोज़ आलम, मौलाना बिलाल अहमद रहीमी, उप महापौर असलम फारूकी, रुबीना अबरार, शमा परवीन, जामा मस्जिद कमेटी अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी, मुस्लिम मुसाफ़िर खाना कमेटी सदर शब्बीर ख़ान व सचिव शौकत कुरेशी आदि शामिल हुए।
साथ ही प्रदर्शनी में शहर के विभिन्न इलाकों से स्कूल के बच्चे और भारी संख्या में महिलाओं के साथ बच्चे भी लाभान्वित हुए। प्रदर्शनी को सफल बनाने में ऐस. आई. ओ. , जी. आई. औ. व मुस्लिम यूथ फोरम और जे ए सी के सदस्यों का सहयोग रहा। सिदरा शकील, मुहम्मद शाहिद, आलिया गफ्फार, सुमय्या मरियम, आयशा बार्द, सफिया खातून सादिक मंसूरी, समर उल खैर सैयद, सैयद अबुजर, सैयद अनम आदि का सहयोग सराहनीय रहा।