स्टार्टअप - जयपुर चक्की का 'फार्म टू फैमिली' मॉडल
जयपुर। जयपुर की ई-कॉमर्स स्टार्टअप- जयपुर चक्की ने राजस्थान के बाड़मेर के प्रगतिशील किसान विक्रम सिंह तारातरा को अपने मैनेजमेंट बोर्ड टीम का हिस्सा बनाकर देश में एक नई मिसाल कायम करने के लिए एक अनूठा कदम उठाया है। किसान विक्रम सिंह ने प्रतिष्ठित ज़ेटा फार्म (जयपुर स्थित एग्रोटेक स्टार्टअप) के साथ मिलकर आसपास के गाँवों की महिला किसानों को प्रशिक्षित करके एक टीम बनाई जो वैज्ञानिक खेती प्रक्रिया के साथ उत्पादन कर सके।
जयपुर चक्की स्टेपल्ड फूड में एक स्टार्टअप है जो ताजा और शुद्ध आटे (30+ तरह के आटे), मसाले की 24 घंटे में कस्टमर को होम डिलीवरी करता है और अब अन्य खाध्य सामग्री (कच्ची घानी तेल, दालें, चावल, अनाज, दलिया, बेसन, चाय, पोहा इत्यादि) भी शुरू करने जा रही है। जयपुर चक्की पारंपरिक और श्रेष्ठ खाद्य सामग्री को कस्टमर तक ताज़ा और शुद्ध उपलब्ध कराने के लिए समर्पित है। जयपुर चक्की ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से ग्राहक तक पहुच रहा है।
जयपुर चक्की के संस्थापक विष्णु उपाध्याय ने कहा, भारत में आज भी लोग पड़ोस की चक्की में पीसा आटा खाना चाहते है परन्तु बड़े शहरों में इस तरह का आटा आसानी से उपलब्ध नहीं है। पारंपरिक चक्की स्टोर का हाइजीन लेवल कम होना, होम डिलीवरी सिस्टम का नहीं होना और आटे की सीमित रेंज, इनको नई पीढ़ियों से दूर करता जा रहा है। भाग दौड़ की जिंदगी में बाज़ार में उपलब्ध पैक्ड आटे खरीदकर हम स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। बाज़ार में अन्य आटे मल्टी-ग्रेन, मोटे अनाज (बाजरा, मक्का जौ, जवार आदि) के आटे आदि आसानी से उपलब्ध नहीं है जो स्वास्थ्य के हिसाब से बहुत अच्छे है।
बूटस्ट्रैप निवेश के साथ स्थापित, जयपुर चक्की पूरे जयपुर शहर में 10,000 से अधिक ग्राहकों का ब्रांड बन गया है और एक वर्ष में लगातार इन ग्राहकों से ऑर्डर मिल रहे हैं। जयपुर चक्की के बिजनेस मॉडल में क्षमता को देखते हुए, संस्थापकों ने एक एंजेल निवेशक को चुना।
जयपुर चक्की के सह संस्थापक मनोज मारू ने बताया की जयपुर में कार्य करने के बाद के, कंपनी देश भर के शीर्ष 20 शहरों में 500 से अधिक स्टोरों के साथ 2024 तक उपस्थिति दर्ज कराने का लक्ष्य लेकर चल रही है। विस्तार योजना के तहत जयपुर चक्की ने अहमदाबाद में परिचालन शुरू कर दिया है, और इसे बड़ा बनाने के लिए जल्द ही बेंगलुरु, गुड़गांव, सूरत और चंडीगढ़ में अपने अगले स्टोर खोल रही है।
कस्टमर को शुद्ध और क्वालिटी देने के लिए कच्चे माल की क्वालिटी और गुणवत्ता बहुत जरूरी है और कंपनी “फार्म टू फैमिली” कांसेप्ट पर फार्म से माल सीधा खरीदकर कस्टमर तक पहुँचाना चाहती है ताकि ग्राहक को ताज़ा और शुद्ध सामान उचित मूल्यों पर मिल सके | गेहूँ और अनाज की गुणवत्ता जानने वाले किसान को जोड़ने से हमारे ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद देने के लिए हमारे खरीद निर्णयों में खरापन आएगा।
बाड़मेर के किसान विक्रम सिंह तारातरा ने कहा, मैं खेती के नए विचारों में विश्वास करता हूं। मैं शुरू से ही अपने गांव में खेती-किसानी की नई-नई तकनीकों का ज्ञान लेकर आता रहा हूं। सर्वोत्तम वैज्ञानिक प्रथाओं और उचित प्रशिक्षण के साथ, हम किसानों की आय को दोगुना करने के अवसरों को बढ़ा सकते हैं। जयपुर चक्की के साथ जुड़ने से हमें अपने गांव के किसानों के लिए आपूर्ति भागीदार, खेत से परिवार तक संपर्क, बेहतर आय स्रोत, बाजार ज्ञान आदि लाने में मदद मिलेगी और अंततः 'फार्म टू फैमिली' का लक्ष्य वास्तविक अर्थों में पर्याप्त होगा।