ख़्वाजा के दीवाने रंजोगम से मुरझाया नहीं करते

जाफ़र लोहानी

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मनोहरपुर (जयपुर)। राजस्थान प्रदेश के अजमेर जिले में स्तिथ हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक हजऱत ख़्वाजा ग़रीब नवाज र. आ. का उर्स 18 जनवरी को बुलंद दरवाजे पर झंडा फहराने की रस्म के साथ शुरू होगा जो कि 1 फरवरी को बड़े कुल की रस्म के साथ विधिवत सम्पन्न होगा। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत देश के कोने कोने से पैदल यात्रियों के जत्थे आना शुरू हो गए हैं। जिधर देखें उधर ही ख़्वाजा ग़रीब नवाज के दीवाने दिखाई दे रहे हैं। ये हाथों में बड़े बड़े झंडे लेकर अजमेर की और जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। सर्दी गर्मी बरसात में भी बेख़ौफ़ होकर धड़ल्ले से पैदल जाते हुए दिखाई देरहे हैं। हजारों किलोमीटर चलने के बावजूद भी इनके चेहरे पर उदासी या थकान नही दिखतीं हैं। ये "दममदार बेड़ा पार", "ख़्वाजा का दामन नही छोड़ेंगे" आदि नारे लगाते हुए या ख़ुदा का जिक्र करते हुए यातायात के नियमों का पालन करते हुए चल रहे हैं। 

पैदल चलने वालों का जगह-जगह पर भव्य स्वागत किया जा रहा हैं कहीं पर पुष्पवर्षा की जा रही हैं तो कही पर दस्तारबन्दी की जा रही है। कहीं पर मालाए पहनाई जा रही हैं। अपनी अपनी मन्नत को लेकर चल रहे जायरीनों ने बताया कि ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ सबकी सुनते हैं इसी कारण जिधर भी देखो उधर ही ख्वाजा के दीवानों की फ़ौज नजर आरही हैं।