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मुंबई। टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन ने चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट के साथ साझेदारी में 9 मिलियन डॉलर ग्लोबल सिटी चैलेंज की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने की क्षमता के साथ शहरों को भविष्य के अनुकूल बनाने में मदद करना है।
जैसे-जैसे शहरों का विकास होता है, लोगों और सामानों के विश्वसनीय, कुशल और समावेशी तरीकों से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने की चुनौतियाँ भी कम होती जाती हैं। इसके साथ ही, ट्रांसपोर्ट मोड्स, इंफ्रास्ट्रक्चर डिज़ाइन, संचालन, ऊर्जा विकल्प और कनेक्टेड डेटा सिस्टम्स में नवाचार अपनाने के अवसरों को भी गति मिलती है।
सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज का उद्देश्य नौकरियों, शिक्षा और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुँच को न सिर्फ आसान बनाना है, बल्कि इसे बढ़ावा देकर लोगों के जीवन में सुधार भी करना है। यह गतिशील समाधानों को लागू करने के लिए शहरों और इनोवेटर्स को एक साथ लाएगा। ये समाधान कार्बन को कम कर सकते हैं, पहुँच में सुधार कर सकते हैं और सुलभ ट्रांसपोर्ट सिस्टम्स स्थापित करने के लिए डेटा का उपयोग कर सकते हैं।
रेयान क्लेम, डायरेक्टर- प्रोग्राम्स, टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन, ने कहा, "पिछले एक दशक के हमारे अनुभव के अनुरूप, स्थानीय शहरों में हमारी गतिविधियों के साथ जुड़ाव के महत्व को विशेष रूप से गति मिली है। सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के दौरान, हम नवाचार के समाधान खोजने के लिए उन शहरों के साथ जुड़ना जारी रखेंगे, जो भविष्य के अनुरूप शहरों के लिए एक स्केलेबल मॉडल विकसित करने हेतु महत्वपूर्ण हैं।"
शहरों को डीकार्बनाइज़ करने में मदद करने के साथ ही साथ गतिशीलता प्रणालियों को बदलने से, ये शहरों को वहाँ रहने वाले लोगों के लिए अधिक समावेशी और सुलभ बनाने में भी मदद करेंगी। वर्तमान में शहरों में रहने वाले 1.2 अरब लोगों के पास एक या अधिक प्रमुख सेवाओं तक पहुँच नहीं है।