घर के बाहर खेलते बच्चों पर बंदरों के झुंड ने हमला कर घायल किया

मनोहरपुर क्षेत्र में बढ़ती बंदरों की संख्या, आखिर कब होगी रोकथाम  

मो फ़रमान पठान

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मनोहरपुर (जयपुर)। कस्बे के पीटीआई कॉलोनी निवासी गार्गिक पुत्र सुनिल चौधरी रविवार को अपने दोस्तो के साथ घर के बाहर खेल रहा था। इस दौरान खेलते समय गर्गिक पर बंदरों का झुंड ने हमला कर दिया। गार्गिक के साथ खेल रहे बाकी बच्चे भाग गए।गर्गिक को बंदरों ने काट लिया जिससे उसके जगह जगह जख्म हो गया। जिसका इलाज मनोहरपुर के राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय में करवाया गया। 

जानकारी के अनुसार दिन प्रतिदिन बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि कस्बे में करीब 200 से ढाई सौ की संख्या में बंदर बढ़ गए हैं। जो कि अलग अलग मोहल्ला से आते हैं और किसी ग्रामीण को अकेला देखकर उस पर हमला कर देते हैं। जो की मनोहरपुरवासियों के लिए सिर का दर्द बना हुआ है।जो रुकने का नाम नहीं ले रहा है।और बंदर झुंड के रूप में आते हैं और ऊपर बुरी तरीके से तबाही मचा कर जाते हैं और आस पड़ोस वाले बच्चे भी खेलते रहते हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि झुंड के रूप में आए हुए बंदर कभी तारों पर लटकते हैं तो कभी कंकड़ टीन शेड पर कूदते रहते हैं। टंकी को तोड़ जाते हैं। कपड़े उतार कर ले जाते है।और छत पर रखे हुए कहीं जरूरी सामान को अस्त-व्यस्त कर कर जाते हैं। जिससे अब लोग बाहर निकलने व ऊपर जाने में भी कतरा रहे हैं।

महिलाएं जब ऊपर बंदरों को भगाने के लिए जाती है तो बंदर उल्टा उनको ही काटने को भागता है। और बताया की बंदरों का भयंकर इतना आतंक हो गया को वह घर के अंदर फ्रिज में रखे फ्रूट को निकाल कर ले जाते है ।

बंदरों ने पूर्व में भी खुशी (3) पुत्री निखिल, रितिक (8) उत्तर मनीष, पुत्री मोनू गुप्ता व दीपिका को काट कर घायल कर दिया था।जिसको मनोहरपुर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया था। बंदरों ने इसके अलावा चंद्रकला, अंकित, करण,मोतीचंद, बालासाहेब सहित पिछले एक सप्ताह में करीब 25 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है।

नगर पालिका के कर्मचारी बोले, बंदरों को जल्द पकड़वाएंगे

नगरपालिका मनोहरपुर के कनिष्ठ अभियंता पूरणमल कुमावत ने बताया कि बंदर पकड़ने वाले को जल्द ही बुलवाकर बंदकर पकड़वाए जाएंगे। ग्रामीणों को परेशान नही होने दिया जाएगा। 

पालिका अध्यक्ष सुनीता प्रजापत का कहना है कि बंदरों को पूर्व में भी टेंडर देकर करीब 400 बंदरों को पकड़वाया गया था। जल्द बंदरों को पकड़ने का कार्य शुरू किया जाएगा।