अरशद शाहीन
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टोंक। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शाखा टोंक के राजयोग भवन में नवरात्रि महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में चैतन्य देवियों को श्रृंगार कर सजाया गया। यह चैतन्य देवियां कोई ओर नहीं बल्कि परमात्म ज्ञान व राजयोग से अपना जीवन पवित्र बनाकर संयम के मार्ग पर चलने वाली ब्रह्माकुमारी बहने है जिन्होंने परमपिता परमात्मा शिव को पति के रूप में स्वीकार कर अपना संपूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित किया है। विश्व कल्याण के निमित बनी बहनों को जब गले में पुष्पमाला साथ लाल चुन्दड़ी ओढ़ाई गई तो गया तो उनके पवित्र वाइब्रेशन से वातावरण सकारात्मक शक्तियों से भरपूर हो गया।
इस मौके पर जयपुर से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी चंद्रकला दीदी ने नवरात्रि की शुभकामना देते हुए कहा कि परमात्मा शिव से अपने मन के तार जोड़ कर स्वयं की शक्तियों को जागृत करने का यादगार है नवरात्रि इन शक्तियों से हम वर्तमान समय की हर परिस्थिति पर विजय पा सकते हैं उन्होंने कहा कि माताओ के अनेक रूप है एक तरफ वह स्नेह और वात्सल्य की धनी है तो दूसरी ओर असुरसंहारनी है तो वहीं ममता की मूरत भी है। वास्तव मैं नारियां अपने संस्कारों को श्रेष्ठ बना ले तो स्वर्ग का द्वार खोलने वाली चैतन्य देवियां बन सकती है।
इस मौके पर सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अपर्णा दीदी ने नवरात्रि का अध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि नवरात्रि पर हम देवी दुर्गा मां के नौ स्वरूपों की आराधना करते है जिनके हाथों में अस्त्र शस्त्र और चरणों में असुरों/दानवों को दिखाते है। वास्तव देवी दुर्गा मां पवित्रता व दिव्यता का प्रतीक जो परमात्म ज्ञान की गदा व योग की शक्ति से मंशा वाचा कर्मणा रूपी त्रिशूल से अपने दुर्गुणों और विषय विकारों रूपी राक्षसों का वध करती है।
कार्यक्रम में टोड़ारायसिंग सेवा केंद्र प्रभारी बीके पूनम दीदी, बनेठा सेवा केंद्र प्रभारी बीके अनीता दीदी,निवाई सेवा केंद्र प्रभारी बीके रेखा दीदी बीके सुनीता दीदी,पुरानी टोंक सेवा केंद्र प्रभारी बीके ऋतु दीदी, रानोली सेवा केंद्र प्रभारी बीके सोभा दीदी,बीके विनीता दीदी व सेवा केन्द्र से जुड़े भाई बहने मौजूद थे।