लेखिका : ममता सिंह राठौर
होली आई है
होली आई है
बिरज में बिरज रहे सरकार
नंद के लाल संग में यार खड़े हैं देखो सब तैयार।
होली आई है
पहले पहले करें मनुहार
फिर बातें बनाई दो चार
राधा रानी करें इंकार
जोरा जोरी करें सरकार
बृज में उलझ रहें नंदलाल
बृजगलियन में जाएं बलियार
नहीं माने कोई अपनी हार
सब सखियां हुई तैयार
फिर चली लट्ठ की मार
होली आई है
होली आई है