जयपुर। स्वर्गीय डॉ.सत्यनारायण सिंह, आई.ए.एस.(आर.) की स्मृति में उनके जन्म दिवस (हिन्दू पंचाग) पर 21 जुलाई को मिनी ओडी-1, राजस्थान इंटर नेषनल सेंटर, झालाना इंडस्ट्रीयल एरिया, जयपुर में सांय 6.00 बजे ’’डॉ.सत्यनारायण सिंह स्मृति प्रथम व्याख्यान’’ का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय है ‘‘सुशासनः सिद्धांत और व्यवहार’’ (Good Governance: Principles & Practices) इसमें मुख्य वक्ता सचिव, प्रशासनिक सुधार एवं जनअभियोग निराकरण एवं पेंशनर्स विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली वी. श्रीनिवास आई.ए.एस. है। वी श्रीनिवास को राज्य सरकार द्वारा राज्य अतिथि का दर्जा प्रदान किया गया है।
श्रीमती निर्मला सिंह ने बताया है कि भारतीय प्रषासनिक सेवा के अधिकारी रहे स्व. सत्यनारायण सिंह एक कुशल प्रशासक के साथ कुशल राजनेता, सामाजिक कार्यकर्त्ता और गरीबों के मसीहा थे। उन्होंने महान पुरूषों एवं सम सामयिक विषयों पर अनेक लेख लिखे जो समय समय पर समाचार पत्रों में छपते रहे। उन्होंने कई जनहित याचिकाऐ भी उच्च न्यायालय में लगाई जिससे जनता को न्याय मिले । उनका गतवर्ष 13 जुलाई को स्वर्गवास हो गया था उनके कार्योें को ससत आगे बढ़ाने का कार्य उनके सुपुत्र डॉ. रिपुन्जय सिंह और डॉ. परिक्षित सिंह कर रहे हैं।
उनकी भारतीय पंचाग जन्म तिथि के आधार पर उनके जन्म दिवस 21 जुलाई, 2024 पर हमारा परिवार एक व्याख्यान का आजोजन कर रहा है जिसमें मुख्य वक्ता वी. श्रीनिवास भारत सरकार के कार्मिक, लोक षिकाय और पेंशन मंत्रालय के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग और पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के सचिव के रूप में कार्य करते हैं और राष्ट्रीय सुशासन केन्द्र के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभालते हैं। वह 2018 से ब्रेसेल्स के अन्तर्राष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान की प्रशासन परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। केन्द्रीय सचिवालय में ई-आफिस के कार्यान्वयन के लिए उन्हें डिजिटल इंडिया एवार्ड 2020 से सम्मनित किया गया है। द मार्च टू न्यू इंडियाः गवर्नेस ट्रांफार्म्ड 2014-2019, 250 से अधिक शोधपत्र प्रकाषित किए तथा 150 से अधिक व्याख्यान दिए। राजस्थान सरकार में उन्होंने राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष तथा राजस्थान कर बोर्ड से अध्यक्ष के रूपें कार्य किया है। वे एक वरिष्ठ एक वरिष्ठ प्रशासक, सम्मानित शिक्षाविद तथा एक उत्कृष्ठ संस्थान निर्माता है।
कार्यक्रम में डॉ. सत्यनारायण सिंह जी के जीवन पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया जायेगा। कार्यक्रम में सभी शुभचिंतक आमंत्रित है।