जयपुर/शाहपुरा। शाहपुरा विधायक मनीष यादव ने विधानसभा कार्य संचालन एंव प्रक्रिया के नियम 50 के तहत स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से प्रदेश में बंदरों के भंयकर आंतक की ओर सदन का ध्यान आकर्षित किया।
उन्होंने कहां कि प्रदेश सहित मेरे विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा क्षेत्र में बंदरों का इतना भंयकर आंतक है कि लोगों को घर से बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है। लोग घर से बाहर निकलने और घर लौटने के दौरान आतंकित रहते है। आये दिन बंदरों के काटने से कई लोग घायल हो जाते है तथा जनहानि हो जाती है। कई बार तो बंदर टॉलिया बनकर इतने हिसंक हो जाते है कि छीनाछपटी में राह चलते लोग वाहन दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते है, फसलों को नुकसान पहुचा देते है तथा कई लोग इनके हमलों में घरों की छतो से नीचे गिरकर जान गंवा चुके है। बन्दरों के आंतक से खासकर बुजुर्गों, महिलाओं व विधालयों में जाने वाले बच्चों को बहुत ही अधिक परेशानी होती है। इनके आंतक के कारण बच्चें अकेले विधालय में भी नही जा पाते है।
विधायक यादव ने कहां कि अभी हाल ही में मेरे क्षेत्र के एक 70 वर्षीय बुर्जग को सुबह-सुबह टहलनें के दौरान मण्डी तिराहा के समीप बंदरों ने काटकर घायल कर दिया। बंदरों के काटने के मामलों में दिनों-दिन वृद्वि होती जा रही है। मेरे क्षेत्र के राजकीय चिकित्सालयों के रिकार्ड अनुसार मंकी बाईट के कारण लोगों कों लगायें गये एंटीरेबीज के टीकों की संख्या में प्रतिवर्ष वृद्वि दर्ज की जा रही है। वर्ष 2023 में मेरे क्षेत्र के राजकीय अस्पतालों में बंदरों के काटने के कारण 695 लोगों को एंटीरेबीज का टीका लगाया गया था, जबकि वर्ष 2024 में 1 जनवरी से 30 जून तक 516 लोगों को एंटीरेबीज का टीका लगाया गया है, जिसमें पिछलें वर्ष की तुलना में इस वर्ष के 6 माह में ही आश्चर्यजनक वृद्वि हुई है।
विधायक यादव ने इससें पहलें भी क्षेत्र के लोगों को बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के लिए 16 वी विधानसभा के प्रथम सत्र में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से मामला उठाया था परन्तु सरकार की तरफ से बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के लिए कोई कार्ययोजना नही बनाई गई।
उन्होंने कहां कि सरकार लोगों को बंदरों के आंतक से निजात दिलानें के लिए कोई ठोस कार्ययोजना बनाए तथा बंदरों के हित में भी कोई राज्य व्यापी नीति बनाकर इनका भी हित संरक्षित करे। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने भी कहां कि बंदरों का आंतक पूरे प्रदेश की समस्या है, सरकार इस पर संज्ञान लेकर इसके लिए ठोस कदम उठाए।