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मनोहरपुर (जयपुर)। जामा मस्जिद के सदर जमील खान चौहान ने कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। उनका जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने भारत के मिसाइल विकास कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कलाम को "भारत के मिसाइल मैन" के रूप में जाना जाता था।
एपीजे अब्दुल कलाम पूरी दुनिया में एक मशहूर नाम हैं। उन्हें 21वीं सदी के महानतम वैज्ञानिकों में गिना जाता है। इतना ही नहीं, वे भारत के 11वें राष्ट्रपति बने और उन्होंने अपने देश की सेवा की। वे देश के सबसे मूल्यवान व्यक्ति थे क्योंकि एक वैज्ञानिक और राष्ट्रपति के रूप में उनका योगदान अतुलनीय है।
एपीजे जीवन भर कुंवारे रहे। अपनी आत्मकथा "विंग्स ऑफ फायर" में उन्होंने लिखा है कि वे कभी भी किसी रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे । उनके लिए मानवीय रिश्ते रॉकेट साइंस से भी ज़्यादा जटिल थे।